किच्छा के स्लॉटर हाउस में मानकों से अधिक पशुओं का वध किए जाने का मामला पकड़ रहा तूल

किच्छा के स्लॉटर हाउस में मानकों से अधिक पशुओं का वध किए जाने का मामला पकड़ रहा तूल

किच्छा, अमृत विचार। नगर स्थित स्लॉटर हाउस में निर्धारित मानक से अधिक पशुओं का वध किए जाने का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। मामले को लेकर नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत पालिका परिषद के निवर्तमान सभासदों ने उप जिलाधिकारी कौष्तुभ मिश्रा को ज्ञापन सौंपते हुए ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की।
 
इस दौरान सभासदों ने स्लॉटर हाउस में 15 पशुओं के स्थान पर अवैध रूप से 90 पशुओं का वध किए जाने तथा पालिका परिषद के लाइसेंस धारी मीट विक्रेताओं से स्लॉटर हाउस ठेकेदार द्वारा मानक के विरुद्ध अवैध किए जाने का वसूली किए जाने का आरोप लगाया। उप जिलाधिकारी मिश्रा ने निवर्तमान सभासदों को पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर जल्द कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया है। 
 
स्लॉटर हाउस में नियम विरुद्ध संख्या से अधिक पशुओं का वध किए जाने का आरोप लगाते हुए नगर पालिका के  निवर्तमान  सभासद फिरासत खान, लियाकत अंसारी, तौसीफ अंसारी, श्रीमती शबनम बेगम, शोभित शर्मा, श्रीमती मोहसिना आरिफ, इंतजार अहमद कल्लू एवं हसीब अहमद का प्रतिनिधि मंडल उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा और ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की। ज्ञापन के माध्यम से पूर्व सभासदों ने कहा कि वार्ड नंबर 12 स्थित स्लॉटर हाउस के ठेकेदार द्वारा मनमानी कर मीट विक्रेताओं से अवैध वसूली की जा रही है जबकि ठेका जारी करते समय प्रशासन  द्वारा स्लाटर हाउस में प्रतिदिन केवल 15 पशुओं की बलि दिए जाने की अनुमति दी गई है लेकिन ठेकेदार तथा उनके साथियों द्वारा प्रतिदिन 80 से 90 पशुओं का वध कर अनुमति एवं मानकों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है।
 
आरोप लगाया कि पालिका के मीट विक्रेता लाइसेंस धारकों से पशु वध करने की एवज में ठेकेदार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली कर मीट विक्रेताओं का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि वर्तमान ठेके को निरस्त कर पालिका प्रशासन के अधीन करते हुए स्लॉटर हाउस को पालिका के माध्यम से संचालित कराया जाना चाहिए।
 
निवर्तमान सभासदों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार द्वारा स्लॉटर हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में भी छेड़छाड़ की गई है ताकि पशुओं की अवैध बलि सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड ना हो सके। एसडीएम मिश्रा ने पूर्व सभासदों की शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। मौके पर तहसीलदार गिरीश चंद्र त्रिपाठी एवं अधिशासी अधिकारी गुरमीत सिंह भी मौजूद रहे।