Kanpur: हलीम मुस्लिम इंग्लिश स्कूल की मनमानी; RTE के तहत 25 सीटों पर एक भी बच्चे को नहीं मिला प्रवेश

अभिभावकों ने कहा- आरटीई का नाम बताने मात्र से उन्हें स्कूल गेट से अंदर नहीं घुसने दिया जाता

Kanpur: हलीम मुस्लिम इंग्लिश स्कूल की मनमानी; RTE के तहत 25 सीटों पर एक भी बच्चे को नहीं मिला प्रवेश

कानपुर, अमृत विचार। आरटीई के प्रवेश पर निजी स्कूलों की मनमानी बढ़ती जा रही है। ताजा मामला हलीम मुस्लिम इंग्लिश स्कूल चमनगंज का है। इस स्कूल में आरटीई के तहत 25 बच्चों के प्रवेश आवंटित हुए थे लेकिन एक भी बच्चे का प्रवेश नहीं लिया गया। अभिभावकों को बहाने बनाकर दौड़ाया जाता रहा। स्कूल की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग को भी गुमराह कर दिया गया। अब विभाग ने स्कूल को सभी प्रवेश जल्द लेने का नोटिस जारी किया है।

हलीम स्कूल पिछले एक महीने से लगातार अभिभावकों को अलग-अलग बहाना बनाकर दौड़ा रहा है। आरटीई के तहत एक भी बच्चे को प्रवेश नहीं दिया। इस पर अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत की। अभिभावकों ने कहा कि आरटीई का नाम बताने मात्र से उन्हें स्कूल गेट से अंदर नहीं घुसने दिया जाता। 

इसके बाद विभाग ने स्कूल से पूछा तो स्कूल ने विभाग को भी गुमराह कर दिया। कहा गया कि स्कूल का नाम ‘हलीम मुस्लिम इंग्लिश स्कूल’ है। विभाग से यहां से भेजी गई लिस्ट में ‘हलीम मुस्लिम स्कूल’ दर्ज किया गया है। इसलिए विभाग से भेजी गई आरटीई पात्रों की सूची उनके यहां की नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि स्कूल अल्पसंख्यक आयोग से मान्यता की बात कहकर भी गुमराह कर रहा था। 

इसका प्रमाण पत्र मांगा गया तो स्कूल नहीं दे सका। इसके अलावा नाम बदलने और मान्यता संबंधी प्रमाण पत्र पर आनाकानी की जा रही है। इस पर विभाग ने स्कूल को नोटिस जारी की है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह ने कहा कि मनमानी करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।   

50 फीसदी स्कूलों ने छुपाए आंकड़े

आरटीई पर प्रवेश न करने पड़ें इसके लिए निजी स्कूलों ने प्रवेश संबंधित आंकड़े ही छुपा लिए हैं। जिले में अब तक सिर्फ 50 फीसदी निजी स्कूलों ने ही विभाग को प्रवेश से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई है। आंकड़े छुपाने वालों में शहर के 129 नमाचीन स्कूल शामिल हैं।

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