Kanpur: जलवायु के अनुसार विकसित होंगे बीज; CSA ने किया नुजिवीडू सीड्स के साथ समझौता, किसानों की बढ़ेगी आय

समान जलवायु आधारित बीज पर होगा शोध, नए पौधे भी मिलेंगे

Kanpur: जलवायु के अनुसार विकसित होंगे बीज; CSA ने किया नुजिवीडू सीड्स के साथ समझौता, किसानों की बढ़ेगी आय

कानपुर, अमृत विचार। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर और नुजिवीडू सीड्स लिमिटेड हैदराबाद ने बुधवार को समझौता किया है। इस समझौते के तहत दोनो संस्थान संयुक्त पौधा किस्म विकास के लिए कार्य करेंगे। खासतौर पर बेहतर पौधों और समान जलवायु आधारित बीज पर शोध किया जाएगा।

दोनो संस्थानों के बीच हुए समझौते के तहत पौधों की किस्मों और संकर किस्मों के संयुक्त विकास की दिशा में एक सहयोगात्मक यात्रा शुरू करने का प्रयास किया है। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह व नुजिवीडू सीड्स के वाइस चेयरमैन ऋषि अरोड़ा ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। 

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इस दौरान सीएसए के कुलपति ने कहा कि सीएसए अपनी स्थापना के बाद से कृषि अनुसंधान, शिक्षण एवं प्रसार गतिविधियों में सबसे आगे रहा है। उधर नुजिवीडू सीड्स लिमिटेड देश की एक अग्रणी बीज कंपनी है। यह कंपनी बेहतर पौधों की किस्मों को विकसित करने, बीज उत्पादन, प्रसंस्करण, विपणन और वितरण में इसकी विशेषज्ञता है। 

डॉ. सिंह ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय और नुजिवीडू सीड्स लिमिटेड के बीच सहयोग का उद्देश्य प्रदेश और देश भर के समान क्षेत्रों की विशिष्ट कृषि-जलवायु परिस्थितियों के अनुरूप नई किस्मों और संकरों को पेश करके किसानों की आय को बढ़ाना है। दोनों पक्ष टिकाऊ कृषि के लिए नवीन समाधान प्रदान करने के लिए अनुसंधान और विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। 

उन्होंने बताया कि यह सहयोग टिकाऊ कृषि की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और बढ़ी हुई उत्पादकता और लाभप्रदता के लिए नवीन समाधानों के साथ किसानों को सशक्त बनाएंगे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ पीके सिंह भी उपस्थित रहे।

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