पीलीभीत: भाजपा नगर अध्यक्ष समेत 19 पर FIR, पावर कॉर्पोरेशन कर्मियों के बहिष्कार की चेतावनी के बाद हुई कार्रवाई

पीलीभीत: भाजपा नगर अध्यक्ष समेत 19 पर FIR, पावर कॉर्पोरेशन कर्मियों के बहिष्कार की चेतावनी के बाद हुई कार्रवाई

पूरनपुर, अमृत विचार। बिजली चोरी की सूचना पर की गई भाजपा नेत्री के घर छापेमारी के बाद हुए हंगामे के मामले में अब जेई की तरफ से भी कानूनी कार्रवाई की गई है। 

जेई की तहरीर पर भाजपा नगर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष समेत 19 लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, टीम को बंधक बनाने और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर अपमानित करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। बता दें कि नगर उपाध्यक्ष की ओर से पुलिस पहले ही पावर कॉरपोरेशन टीम पर रिपोर्ट दर्ज की जा चुकी है।

 बता दें कि सोमवार को सिरसा रोड पर एक कॉलोनी में पावर कारपोरेशन के एसडीओ शशांक कांडपाल, अवर अभियंता जयपाल सिंह टीम के साथ चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान भाजपा नेत्री के घर में टीम जांच पड़ताल के लिए पहुंची। इस दौरान जेई जयपाल सिंह और भाजपा नेत्री के बीच मारपीट हो गई। जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया और जमकर हंगामा हुआ था। 

इस मामले में भाजपा नेत्री की ओर से  जेई जयपाल, दानिश और शशांक सहित नौ के खिलाफ मारपीट, छेड़छाड़ आदि धाराओं में कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस कार्रवाई के बाद पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारियों ने भी कार्रवाई न होने पर मंगलवार को नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया था। बुधवार को पुलिस ने जेई जयपाल की ओर से मिली तहरीर पर भी कार्रवाई की। 

भाजपा नेत्री, नगर अध्यक्ष हर्ष प्रधान, संजय मिश्रा, रूप सिंह और 15 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। जेई का आरोप है कि सोमवार को चेकिंग के दौरान भाजपा नेत्री के घर कटिया डालकर बिजली चोरी पकड़ी गई थी। इसके बाद भाजपा नेत्री ने सरकारी काम में बाधा डालते हुए जानलेवा हमला किया। घर में बंद कर जेई के साथ मारपीट की गई। महिला ने सरकारी अभिलेख फाड़ डाले। पिटाई से जेई घायल हो गए। 

अस्पताल में मेडिकल के दौरान भी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए संजय मिश्रा व उसके साथ अज्ञात पांच लोगों ने गाली गलौज कर जेई के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी। इसके अलावा थाने से लौटते समय भी गेट पर पहले से मौजूद हर्ष प्रधान, संजय मिश्रा और रूप सिंह सहित 15 लोगों ने लामबंद होकर उनके साथ दोबारा मारपीट की। किसी तरह वह जान बचाकर सीओ कार्यालय पहुंचे थे। फिलहाल क्रॉस रिपोर्ट होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।

कार्य बहिष्कार की चेतावनी के बाद पुलिस ने ली सुध
जेई और भाजपा नेत्री के बीच हुए विवाद में दोनों पक्षों की ओर से उसी दिन तहरीर दे दी गई थी। भाजपा नेत्री की तहरीर पर तो रिपोर्ट दर्ज कर ली गई लेकिन जेई की तहरीर को जांच में टाल दिया गया था। इसे लेकर सत्ता के दबाव में कार्रवाई न करने के आरोप लग रहे थे। घटना में कार्रवाई न होने पर गुस्साए पावर कॉरपोरेशन के अफसर कर्मचारी भी लामबंद होते दिखे। 

मंगलवार दोपहर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जिला अध्यक्ष उमेश कुमार सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी और जिले भर के तमाम एसडीओ और जेई पूरनपुर पहुंचे थे। उनके द्वारा एफआईआर दर्ज न किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई थी। डिवीजन कार्यालय पर बैठक कर अधिकारियों ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीओ आलोक सिंह से शिकायत की। इसके बाद अब बुधवार को कार्रवाई की गई है।

मामले में किसी तरह का दबाव नहीं था। एक पक्ष की पूर्व में ही रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी। जेई की ओर से दी गई तहरीर में बदलाव के चलते देरी हुई है। विवेचना में साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। - संजीव कुमार शुक्ला, कोतवाल पूरनपुर

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