लखीमपुर खीरी: उत्तराखंड में फटे बादल से शारदा में बढ़ा पानी, पचपेड़ी घाट से निकलना हुआ भारी
पैंटून पुल के पास चल रही तेज धार, जान जोखिम में डालकर निकल रहे लोग
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में फटे बादल का पांच दिन बाद असर तराई में दिखने लगा है। शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने से पचपेड़ी घाट पर बने पैंटून के पास पानी का बहाव तेज हो गया है। करीब चार फिट पानी चलने लगा है। इससे आवागमन बाधित हो गया है। लोग जान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं।
लखीमपुर से शारदा नदी पर बने पचपेड़ी घाट से होते हुए निघासन की दूरी करीब 34 किलोमीटर है, लेकिन पुल न होने के कारण बरसात में यह रास्ता बंद हो जाता है। बरसात समाप्त होने और पानी कम होने पर पैंटून पुल के जरिए इस मार्ग से लोग निघासन, सिंगाही, बेलरायां, तिकुनियां आदि जगहों को आते-जाते हैं। इसके अलावा श्रीनागर विधान सभा क्षेत्र के कई गांवों के लोगों का भी आना-जाना रहता है। बरसात से पहले ही यह पैंटून पुल हट जाता है।
आवागमन बंद होने पर लोगों को ढखेरवा चौराहा होते हुए 21 किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। वर्तमान समय में पैंटचून पुल से लोग आ जा रहे थे, लेकिन पांच दिन पहले उत्तराखंड के सोमेश्वर में बादल फटने के बाद शारदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। इससे पैंटून पुल के किनारों में अधिक पानी बढ़ गया है। तेज बहाव होने के कारण बड़े वाहनों का आवागमन ठप हो गया है। इसके बाद भी लोग जानि जोखिम में डालकर बाइक और पैदल निकल रहे हैं।
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