पीलीभीत: नाबालिग लड़की की शादी कराकर फंसे जिम्मेदार, गिर सकती है गाज..अब DM ने बनाई तीन सदस्यीय जांच टीम

पीलीभीत: नाबालिग लड़की की शादी कराकर फंसे जिम्मेदार, गिर सकती है गाज..अब DM ने बनाई तीन सदस्यीय जांच टीम

पीलीभीत, अमृत विचार। सामूहिक विवाह समारोह में नाबालिग लड़की की शादी के मामले में चल रही जांच में लड़की के नाबालिग होने और फर्जी अभिलेखों के आधार पर शादी कराने की बात तो स्पष्ट हो ही चुकी है। इधर अब डीएम पूरे मामले में हकीकत जानने के लिए जांच टीम गठित कर दी है।

माधोटांडा थाना क्षेत्र की एक महिला ने बीते दिनों कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि उसका जेठ व अन्य लोग बरेली जिला अस्पताल से उसकी 13 वर्षीय नाबालिग पुत्री को बहला फुसलाकर ले गये थे। इसके बाद नाबालिग बेटी की सामूहिक विवाह समारोह में जनवरी माह में ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज ग्राउंड पर फर्जी प्रपत्रों की मदद से शादी करा दी थी। जेठ समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस विवेचना कर रही है। वहीं, प्रशासन भी जांच कर रहा है।

इस मामले में हुई शिकायत के बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी ने चार सदस्यीय टीम गठित करते हुए जांच शुरू कराई थी। जांच के दौरान स्कूली दस्तावेजों में लड़की नाबालिग पाई गई। ऐसे में यह स्पष्ट हो गया कि नाबालिग की शादी गलत तरीके से कराई गई है। इधर मामले को डीएम संजय कुमार सिंह ने भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने पूरे मामले में पारदर्शिता से जांच कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है।

जांच टीम में एसडीएम कलीनगर आशुतोष गुप्ता के साथ बीडीओ पूरनपुर और सचिव शामिल है। ऐसे में अब इस पूरे खेल में कौन-कौन दोषी है, इसका पूरा खुलासा हो सकेगा। माना जा रहा है डीएम की जांच के बाद इस मामले में कुछ जिम्मेदारों पर गाज गिरना तय है।

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