पीलीभीत: कार्यवाहक प्रधान का खेल...60 हजार के बर्तन का 2.26 लाख निकाला भुगतान, 22 दिन में किया गबन, अब फंसे 

पीलीभीत: कार्यवाहक प्रधान का खेल...60 हजार के बर्तन का 2.26 लाख निकाला भुगतान, 22 दिन में किया गबन, अब फंसे 

पीलीभीत, अमृत विचार: ग्राम प्रधान के निधन के बाद नामित किए गए कार्यवाहक प्रधान ने महज 22 दिन में ही खेल कर डाला। आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए खरीदे गए 60 हजार के बर्तनों की 2.26 लाख में खरीद दिखाते हुए धनराशि निकाल ली गई। शिकायत के बाद हुई जांच में मामले की पोल खुल गई। अब डीएम ने कार्यवाहक प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ऐसे में अब कार्यवाहक प्रधान पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।

मामला पूरनपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत शेरपुरकलां का है। ग्राम पंचायत की प्रधान अंजुम बेगम का 28 जनवरी को इंतकाल हो गया था। इसके बाद डीएम ने 24 फरवरी को ग्राम पंचायत सदस्य जावेद खां को कार्यवाहक ग्राम प्रधान को नामित किया था। इधर दो मई को गांव के ही शकूर, वशीउल्ला खां आदि ने डीएम को शिकायती पत्र सौंपकर कार्यवाहक प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए थे। शिकायत में बताया था कि ग्राम पंचायत के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पूर्व ग्राम प्रधान ने गत वर्ष दिसंबर में 60 हजार रुपये के बर्तन खरीद कर वितरित किए गए थे।

ग्राम प्रधान के इंतकाल के चलते बर्तनों का भुगतान ग्राम पंचायत के खाते से नहीं हो पाया था। आरोप है कि कार्यवाहक प्रधान एवं ग्राम पंचायत अधिकारी सुरेश चंद्र वर्मा ने 16 मार्च को पूर्व में खरीदे गए बर्तनों के नाम पर 2,26822 रुपये का भुगतान कुमार ट्रेडर्स को कर दिया गया जोकि बर्तन विक्रेता ही नहीं है। जबकि बर्तनों की कीमत लगभग 60 रुपए थी।

शिकायत के बाद डीएम ने सीडीओ को जांच सौंपी। सीडीओ ने दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई गई। टीम में शामिल उपायुक्त उद्योग एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी ने मामले की जांच कर रिपोर्ट सीडीओ को सौंप दी। जांच में मामला सही पाए जाने पर डीएम ने कार्यवाहक प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 

80 रुपए की थाली का भुगतान दिखाया 540 रुपए  
जांच में पाया गया कि बर्तनों की खरीद को लेकर टेंडर किया गया, लेकिन टेंडर कहां प्रकाशित किया गया, कार्यवाहक प्रधान इसकी कोई जानकारी जांच टीम को नहीं दे सके। जांच के दौरान सचिव द्वारा उपलब्ध कराई कुटेशन भी संदिग्ध पाई गई। जांच टीम की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों से बर्तनों का सैंपल लेकर बाजार में बाजार रेट, कुमार ट्रेडर्स और शासन द्वारा तय किए गए दामों में वास्तविकता जांची गई। इसमें जांच के दौरान थाली का बाजार मूल्य 80 रुपए, शासनादेश के मुताबिक अनुमानित मूल्य 50 रुपए पाया गया, जबकि बिल बाउचर में थाली का दाम 540 रुपए पाया गया।

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