Kannauj: भाजपा के चारों विधायक वोटरों के इम्तिहान में हुए ‘फेल’...लोकसभा की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में बुरी तरह परास्त हुई भाजपा
चार पर सत्ता पक्ष और बिधूना में है सपा का कब्जा
कन्नौज, (अजय मिश्र)। संसदीय क्षेत्र कन्नौज में कुल पांच विधानसभा सीट हैं। इसमें चार पर भाजपा व एक में सपा के विधायक काबिज हैं। लोकसभा क्षेत्र के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक न सिर्फ सपा उम्मीदवार अखिलेश यादव से हारे बल्कि उनको पांचों विधानसभा क्षेत्र में हार का मुंह देखना पड़ा। समाज कल्याण मंत्री समेत चारों सत्ता पक्ष के विधायक अपने पार्टी प्रत्याशी को जीत नहीं दिला सके। मतदाताओं के इम्तिहान में वह ‘फेल’ साबित हुए।
लोकसभा क्षेत्र 42-कन्नौज का गठन सदर कन्नौज, तिर्वा, छिबरामऊ, रसूलाबाद व बिधूना कुल पांच विधानसभा सीटों से हुआ है। विधानसभा क्षेत्र के चुनाव 2022 में बिधूना को छोड़कर चारों सीटों पर भाजपा जीती थी। एक पर ही सपा का कब्जा था। कन्नौज जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक हैं यहां पर भी भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान सांसद सुब्रत पाठक को हार का सामना करना पड़ा।
पार्टी हाईकमान ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी के प्रत्याशी को जिताने की जिम्मेदारी विधायकों को भी दी थी। इसमें सबसे कम अंतर 1,111 मतों से अर्चना पांडेय छिबरामऊ की विधायक बनी थीं। तिर्वा में कैलाश राजपूत 4,608 वोटों से विजयी हुए थे। वह लोधियों के नेता कहे जाते हैं।
भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक को जीत दिलाने में वह भी अनुत्तीर्ण हो गए। कानपुर देहात की रसूलाबाद विधानसभा सीट भी यहां लगती है। रसूलाबाद में ही भाजपा प्रत्याशी पूनम शंखवार की जीत 21,515 मतों से हुई थी, जो लोकसभा क्षेत्र की पांचों सीटों में सबसे बड़ी विजय रही। यहां भी भाजपा हार गई।
स्टार प्रचारक असीम अरुण की रणनीति फेल
वर्ष 2022 के विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में सदर कन्नौज से असीम अरुण 6,090 मतों के अंतर से विजयी हुए थे। वर्तमान में वह समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। साथ ही वह उत्तर प्रदेश में भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल रहे। इस वजह से पार्टी के प्रत्याशी को जिताने की जिम्मेदारी और बढ़ गई थी, लेकिन वह अपनी विधानसभा में भी जीत नहीं दिला सके।
सपा विधायक ने दिलाई अखिलेश को जीत
बिधूना में सपा विधायक रेखा वर्मा 7,765 मतों से विधानसभा चुनाव जीती थीं। उन्होंने जरूर अपनी पार्टी के लोकसभा क्षेत्र प्रत्याशी अखिलेश यादव को विधानसभा क्षेत्र से जीत दिलाई।
शुरू से ही था विरोध, नहीं दिया गया ध्यान
कहा जा रहा है कि स्थानीय नेताओं के अलावा भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक का संसदीय क्षेत्र में काफी विरोध था। कुछ लोग मुखर भी रहे। उसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। रणनीतिकारों का मानना है कि अगर समय रहते प्रत्याशी बदल गया होता तो यहां हार का मुंह नहीं देखना पड़ता। 12 अप्रैल को समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण जब औरैया जिले के बेला इलाके में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट मांगने पहुंचे तो महिलाओं ने सड़क न बनने को लेकर उनको खूब सुनाई थी।
लोकसभा क्षेत्र के बिधूना में ही बेला लगता है। तिर्वा विधानसभा क्षेत्र में वीरांगना रानी अवंतीबाई प्रतिमा को लेकर प्रसारित वीडियो ने भी निर्वतमान सांसद की खूब किरकिरी कराई। भाजपा के तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत को बरुआहार में अपशब्द कहे गए। अन्य कई गांव में भी विरोध का सामना करना पड़ा। कहा जा रहा है कि समय रहते संभल जाते तो शायद परिणाम बदल सकते थे।
विधानसभावार मिले मतों का ब्योरा
छिबरामऊ-196
पार्टी प्रत्याशी मिले मत
सपा अखिलेश यादव 1,61,107
भाजपा सुब्रत पाठक 1,09,631
बसपा इमरान बिन जफर 10,961
51,476 मतों से सपा जीती
वर्तमान विधायक अर्चना पांडेय- भाजपा
तिर्वा-197
पार्टी प्रत्याशी मिले मत
सपा अखिलेश यादव 1,27,185
भाजपा सुब्रत पाठक 92,827
बसपा इमरान बिन जफर 11,494
34,358 मतों से सपा जीती
वर्तमान विधायक कैलाश राजपूत- भाजपा
कन्नौज-198
पार्टी प्रत्याशी मिले मत
सपा अखिलेश यादव 1,38,567
भाजपा सुब्रत पाठक 1,04,323
बसपा इमरान बिन जफर 19,871
34,244 मतों से सपा जीती
वर्तमान विधायक असीम अरुण- भाजपा
बिधूना-202
पार्टी प्रत्याशी मिले मत
सपा अखिलेश यादव 1,20,460
भाजपा सुब्रत पाठक 80,343
बसपा इमरान बिन जफर 20,687
40,117 मतों से सपा जीती
वर्तमान विधायक रेखा वर्मा- सपा
रसूलाबाद-205
पार्टी प्रत्याशी मिले मत
सपा अखिलेश यादव 92,888
भाजपा सुब्रत पाठक 83,007
बसपा इमरान बिन जफर 18,458
9,881 मतों से सपा जीती
वर्तमान विधायक पूनम शंखवार- भाजपा
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