पीलीभीत: PTR में पर्यटक अब 10 दिन और कर सकेंगे जंगल की सैर, 15 नहीं 25 जून को बंद होगा पर्यटन सत्र

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

पीलीभीत, अमृत विचार: पीलीभीत टाइगर रिजर्व में घूमने के शौकीन पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। पीटीआर प्रशासन ने चल रहे पर्यटन सत्र को 10 दिन और बढ़ाने का फैसला लिया है। अब पीटीआर पर्यटकों के लिए 15 जून के बजाए 25 जून को बंद होगा। पीटीआर प्रशासन ने यह निर्णय शासन से अनुमति मिलने के बाद लिया है। वन अफसरों की उम्मीद है कि इन 10 दिनों में पीटीआर पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा होगा।

तराई की तलहटी में बसे पीलीभीत टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र हर साल 15 नवंबर से 15 जून तक छह माह के लिए संचालित किया जाता  है। बाघों की बढ़ती संख्या और जैवविविधता के दम पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बनाता नजर आ रहा है। इको टूरिज्म स्पॉट चूका बीच, बाघों एवं अन्य वन्यजीवों का दीदार करने और प्रकृति को करीब से निहारने के लिए यहां देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या सैलानी पहुंच रहे हैं। 

पीटीआर में पहुंचने वाले सैलानी जंगल की हरी-भरी वादियों के बीच बसे चूका बीच की हटों में ठहरने के साथ ही जंगल सफारी का भी लुत्फ उठाते हैं। वहीं पीटीआर अब धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय पटल पर भी अपनी खासी छाप छोड़ता नजर आ रहा है। यही वजह है कि इस बार पर्यटन सत्र में देशी एवं विदेशी पर्यटकों की संख्या ने पिछले सारे पर्यटन सत्रों के रिकार्ड तोड़ डाले। 

इधर कुछ दिन पूर्व वर्तमान पर्यटन सत्र में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जनपद के कुछ प्रमुख होटल, रिसॉर्ट एवं स्टे होम संचालकों ने पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह को ज्ञापन सौंपकर पर्यटन सत्र का समय बढ़ाने की मांग की थी। चूंकि पीटीआर में पर्यटन सत्र को बढ़ाया जाए अथवा नहीं, इसका निर्णय उच्चाधिकारियों द्वारा ही लिया जाना था।  जिस पर डिप्टी डायरेक्टर ने संबंधित ज्ञापन को उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया था। 

इधर बुधवार को शासन द्वारा पीटीआर का पर्यटन सत्र 10 दिन और बढाने की अनुमति दे दी गई। वन अफसरों के मुताबिक अब पीटीआर का पर्यटन सत्र 15 जून के बजाए 25 जून तक चलेगा। पीटीआर का पर्यटन सत्र बढ़ने से वाइल्ड लाइफ के शौकीन पर्यटकों में खासी खुशी देखी जा रही है।

यह भी पढ़ें- पीलीभीत: सब गोलमाल है! 27 लाख के टेंडर में इस्तेमाल हो रहे पालिका के संसाधन..प्रतिदिन खर्च किया जा रहा 100 लीटर डीजल

संबंधित समाचार