Unnao News: 100 साल से अधिक पुराना कुआं बंद कराने से नाराजगी...लोग बोले- सार्वजनिक उपयोग में आता रहा है
उन्नाव में 100 साल से अधिक पुराना कुआं बंद कराने से नाराजगी
उन्नाव, अमृत विचार। शहर के हृदय स्थल झंडेश्वर मंदिर के सामने गली में स्थापित सौ साल से अधिक पुराने कुएं को बंद किये जाने से आसपास रहने वालों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि यह कुआं न सिर्फ आसपास मोहल्लों सहित बाजार के कारोबारियों की प्यास बुझाता था, बल्कि पूजन में भी इस्तेमाल होता रहा है। इसलिए प्रशासन को हस्तक्षेप करते हुए प्राचीन कुएं का अस्तित्व समाप्त करने से रोकना चाहिए। वहीं निर्माण कराने वालों का कहना है निजी संपत्ति का वह अपने ढंग से उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हैं। इसलिए किसी को हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है।
उन्नाव मुख्य मार्ग से पूर्व विधायक शिवपाल सिंह यादव वाली गली में घुसते ही बड़ा सा कुआं दिखाई देता था। पहले आसपास मोहल्लों के लोग भी गर्मी के दिनों में पूरे-पूरे दिन पीने के लिए इस कुएं से पानी ढोकर ले जाते दिखाई देते थे। पाइप लाइन व हैंड पंप से आवश्यकता पूरी होने पर कुएं का उपयोग सीमित होकर समाप्त हो गया।
हालांकि शादियों के दौरान निकटवर्ती मोहल्लों की महिलाएं कुआं पुजाई की रश्म इसी कुएं परअब भी पूरी करने पहुंचते थे। इधर दो दिन से इस कुएं को तोपने (पाटने) का अभियान चल रहा है। पड़ोसियों ने काम करने वाले श्रमिकों को रोकने का प्रयास किया। इस पर निर्माण कराने वाले ने कुआं निजी भूमि पर होने का दावा करते हुए निर्माण न बंद करने की बात कही। विवाद न बढ़ाकर कुआं बंद करने का विरोध करने वाले बिना विवाद बढ़ाए वापस चले गए, लेकिन उनमें नाराजगी है।
स्थानीय निवासी शिशिर वाजपेयी, रामजी गुप्ता, सोनू शुक्ला, राकेश दीक्षित, मुकुंद वाजपेयी, राजू गुप्ता, कमलू, गोपाल वाजपेयी, गुड्डू दीक्षित, सूरज गौड़, प्रदीप यादव व नवीन गौड़ आदि ने कहा कि कुएं से मोहल्लावासियों की भावनाएं जुड़ी हैं। इसके अलावा शासन-प्रशासन भी कुओं को संरक्षण दिए जाने की वकालत करता है। इसलिए सार्वजनिक उपयोग में आता रहे कुएं का अस्तित्व नहीं समाप्त होने देना चाहिए। लोगों का कहना है कि वह फौजदारी नहीं करना चाहते हैं। इसलिए प्रशासन को संज्ञान लेकर जांच कराते हुए कुएं का अस्तित्व समाप्त करने वालों को रोकना चाहिए।
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