अमरोहा: गोवंश को जिंदा दफनाना बेहद निदंनीय- पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह 

पशुधन मंत्री ने गौशाला के निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

अमरोहा: गोवंश को जिंदा दफनाना बेहद निदंनीय- पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह 

अमरोहा, अमृत विचार। कान्हा गौशाला में हुई सात गायों की मौत के मामले में पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि गोवंश को जिंदा दफनाना बेहद निदंनीय है। शासन और जिलाधिकारी ने कार्रवाई की है, लेकिन अभी जांच जारी रहेगी। किसके कहने पर गोवंश को जिंदा दफनाया जा रहा था, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान उन्हें गौशाला में काफी कमियां मिली हैं। उन्होंने इन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।

पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने रविवार को हसनपुर की कान्हा गौशाला का निरीक्षण के बाद कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक की। उन्होंने गोशालाओं में गोवंश संरक्षण के लिए व्यवस्थाओं की जानकारी ली। गौशाला में हरा चारा, खली-चोकर, भूसा की उपलब्धता, पशुओं को लू से बचाने की व्यवस्था को लेकर उन्होंने अधिकारियों से सवाल किए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी पशुओं की ईयर टैगिंग कराई जाए। 

इस दौरान पशुपालक का पूरा पता हो। कहा कि ऐसे पशुपालक जो दूध देने के बाद पशु को छोड़ देते हैं, उन पर पशुक्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए। पशुओं की नस्ल सुधार के लिए कार्य किया जाए। कृत्रिम गर्भाधान के प्रति पशपालकों को प्रेरित करें। ऐसे दुधारू पशुओं को पालने के लिए कृषकों को प्रेरित करें जो अधिक दूध देने वाली नस्लें हैं। बरसात से पहले सभी पशुओं का टीकाकरण प्राथमिकता के साथ मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी करा दें। 

उन्होंने कहा कि सभी गोशालाओं में हरे चारा की पर्याप्त व्यवस्था हो। भूसा, खली चोकर की उपलब्धता हो। अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक गौशाला का निरीक्षण के लिए रोस्टर बनाए। गाय के गोबर का भी सदुपयोग हो सके, इसके लिए दीपक सहित अन्य उपयोगी वस्तुएं तैयार करने के लिए प्रबंध हो। पशुपालन में रुचि दिखाकर बेहतर तरीके से प्रबंधन पर जोर दिया जाए। अभियान चलाकर 30 जून तक जो छुट्टा पशु घूम रहे हैं, उनको गौशाला में संरक्षित किया जाए। 

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में पशुधन मंत्री ने कहा कि छुट्टा पशुओं को गौशाला में संरक्षित करने के लिए सरकार से टोल फ्री नंबर जारी कराएंगे। गायों की मौत के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इसमें शासन व डीएम ने कार्रवाई की। डीएम ने एसडीएम को मुख्यालय से संबद्ध किया है। छह विभागों की टीम बनाई गई है। अभी जांच समाप्त नहीं हुई है, जो भी दोषी होगा बख्शा नहीं जाएग।

उन्होंने कहा कि निरीक्षण में भी कमी दिखाई दी है। कुछ गाय बीमार है, उनका सही उपचार नहीं किया जा रहा था। अधिकारियों से कहा कि गौशाला में गायों की संख्या ज्यादा है, अभी और गोशालाएं बनवाई जा रही हैं। इस दौरान जिलाधिकारी राजेश कुमार त्यागी, एसपी कुंवर अनुपम सिंह, एडीएम सुरेंद्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अश्वनी कुमार मिश्र, एसडीएम व अन्य लोग रहे।

ये भी पढे़ं- अमरोहा: पशुधन कल्याण मंत्री ने किया कान्हा गौशाला का निरीक्षण, अधिकारियों को फटकारा