हरदोई: प्राथमिक विद्यालय में निकला एशिया का सबसे जहरीला सांप रसेल वाइपर, किया गया रेस्क्यू 

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Published By Jagat Mishra
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बेनीगंज/हरदोई, अमृत विचार। विकास खण्ड कोथावां क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पिपरी में सांप निकलने से हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सांप को पकड़कर प्राकृतिक वास के लिए जंगल में छोड़ दिया।

प्राथमिक विद्यालय पिपरी में अचानक एक सांप निकल आया, जिसे देख अध्यापकों ने अजगर सांप समझ लिया और वन अधिकारियों को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची वन अधिकारियों की टीम में शामिल सर्प मित्र कुलदीप ने सांप को पकड़ लिया, इसके बाद कुलदीप ने जो बताया उससे सभी के रोंगटे खड़े हो गए। सर्प मित्र कुलदीप ने बताया कि यह अजगर जैसा दिखने वाला सर्प अजगर नहीं बल्कि रसेल वाइपर सर्प है जिसे एशिया का सबसे जहरीला सर्प माना जाता है।

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वनक्षेत्राधिकारी कछौना ने बताया कि रसेल वाइपर सर्प वन्य जीव अधिनियम 1972 की अनुसूची में शामिल है। उन्होंने कहा कि इसको मारने पर 7 वर्ष की कैद तथा 5 लाख तक जुर्माना हो सकता है। सर्प को वनरेंज कछौना परिसर लाकर कामीपुर के जंगल में अपने प्राकृतिक वास में छोड़ दिया गया है। 

अजगर समझने की गलती से चली जाती है जान 
सर्प मित्र कुलदीप का कहना है कि यह बिल्कुल अजगर सांप की तरह ही दिखता है और अजगर की तरह ही भारी भरकम शरीर होने के कारण लोग इसे अजगर समझने की गलती कर देते हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि अजगर विषैला नही होता इसलिए इसलिए उससे कोई खतरा नहीं होता है परन्तु रसेल वाइपर सांप एशिया का सबसे जहरीला सांप होने के कारण जिसे भी काट लेता है उसका जीवित रह पाना मुश्किल हो जाता है। कुलदीप ने बताया कि ये सर्प हीमोटोक्सिक होते हैं।

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