अमरोहा : तरौली के राजकीय पशु चिकित्सालय में भरा भूसा, चारों तरफ पसरी गंदगी

गंगेश्वरी क्षेत्र, राजकीय पशु चिकित्सालय,

अमरोहा : तरौली के राजकीय पशु चिकित्सालय में भरा भूसा, चारों तरफ पसरी गंदगी

राजकीय पशु चिकित्सालय पर लगा ताला, पशु चिकित्सालय के अंदर भरा पड़ भूसा

रहरा (अमरोहा),अमृत विचार। गंगेश्वरी क्षेत्र के गांव तरौली में 18 वर्ष पहले 2006 में पशुधन मंत्री रहे वीरेंद्र सिंह ने राजकीय पशु चिकित्सालय स्वीकृत कराया था। 2007 में इसका निर्माण पूरा हुआ। लेकिन इस चिकित्सालय में अभी तक पशु चिकित्सा अधिकारी की स्थायी नियुक्ति भी नहीं हो पाई है। अब ग्रामीणों ने इसमें भूसा भर दिया है। एक कमरे में पशु भी बांधे जा रहे हैं। चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है। 

जनपद में कुल 22 राजकीय पशु चिकित्सालय हैं। इनमें तरौली, चकनवाला, जोया, उझारी, रजबपुर व नौगांवा सादात में स्थायी रूप से किसी पशु चिकित्सक की तैनाती नहीं हो पाई है। तरौली के राजकीय पशु चिकित्सालय में पशुधन प्रसार अधिकारी डॉ. केपी सिंह की तैनाती है। लेकिन विभाग ने उन्हें सैदनगली में अटैच किया हुआ है। गांव निवासी सपा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवराज नागर व भाजपा नेता सोनू नागर ने बताया कि अधिकारियों से इस बारे में कई बार शिकायतें कर चुके हैं, लेकिन आधिकारियों का इस पर ध्यान नहीं है।

जनपद में पशुधन प्रसार अधिकारियों के 17 और वेटरनरी फार्मासिस्ट के 15 पद रिक्त हैं। निदेशालय को जल्द पत्र लिखकर हर एक पशु चिकित्सालय में चिकित्सकों की तैनाती की मांग की जाएगी। -डॉ. आभा दत्त, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी


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