कासगंज : सांप काटे तो तंत्र-मंत्र में समय न करे बर्बाद...ये हैं बचाव के तरीके
सर्व विशेषज्ञों के दल ने कलक्ट्रेट सभागार में किया जागरूक
कासगंज, अमृत विचार। बारिश के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ गई है। ऐसे में प्रशासन भी चिंतित है। प्रशासन लोगों को जागरूक कर रहा है। लखनऊ से पहुंचे विशेषज्ञों ने सर्पदंश से बचाव के तरीके बताए हैं। कलक्ट्रेट सभागार में हुई कार्यशाला में आम जानमानस को जागरूक किया गया है।
डीएम मेधा रूपम के निर्देशन में सीडीओ सचिन ने कार्यशाला की अध्यक्षता की। विशेषज्ञा डॉ. आदित्य ने सभी सांपो की प्रजाति, पहचान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इन से सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सर्पदंश के लक्षण प्रकट होने का इंतजार न करें। कई बार लक्षण देर से प्रकट होते है। पीड़ित को तुरंत अस्पताल ले जाए। सांप को मारने या पकड़ने के प्रयास न करें। अगर सुरक्षित दूरी है तो सांप की पहचान के लिए फोटो ले सकते है। कभी भी ब्लेड से काटकर विष को चूसने या अन्य तरीका ना करें। पीड़ित को शांत रखने का प्रयास करें। उत्तेजित होने और डरने से विष तेजी से शरीर में फैलता है। अपना समय झाड़ फूक, तंत्र मंत्र में व्यर्थ न करें। उन्होंने बताया कि सभी सांप जहरीले होते हैं और इंसानो पर हमला करते हैं। सांप बदला लेते हैं। सांप को दूध पिलाना, धामिन, घोड़ा पछाड़ सांप गाय के पैर में लिपटकर उसका दूध पी जाता है। विषखोपड़ा के थूकने या काटने से आदमी की मौत सर्पदंश से भी तेजी से होती है। अपनी संपत्ति को सांपों के लिए अनाकर्षक बनाएं। किसी भी चट्टान, ईटों को हटा दें, जो की काफी समय से एक जगह रखी गई हो। दरारें और छेद भरें। अपने गेट के नीचे एक पट्टी लगाने से सांपो के अंदर जाने में मुश्किल हो सकती है। कार्यशाला में एडीएम राकेश कुमार पटेल, एएसपी राजेश भारती, सीएमओ डा. राजीव कुमार अग्रवाल, डीपीआरओ देवेंद्र सिंह सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
