पीलीभीत में एक बार फिर गहराया बाढ़ का संकट; उफनाई नदियां, घरों में घुसा पानी, अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश

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Published By Deepak Shukla
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पीलीभीत, अमृत विचार। पिछले दो दिन से लगातार हो रही बारिश से पीलीभीत में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बनवसा बैराज से शुक्रवार शाम  4.61 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से शारदा नदी किनारे बसे कलीनगर एवं पूरनपुर तहसील के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। वही देवहा नदी भी उफान पर है। 

ऐसे में शहर समेत देवहा नदी के किनारे बसे आबादी के इलाकों में में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। नदियों का पानी उफान पर देख लोगों ने सामान समेटना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए सभी बाढ़ चौकियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए है। वही डीएम ने संबंधित अफसरों को भी बचाव कार्य के मद्देनजर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
                
जनपद समेत पहाड़ी इलाकों में पिछले 36 घन्टे से हो रही बारिश से जिले में एक बार फिर हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं। लगातार हो रही बारिश से शहर से लेकर गांव- देहात तक जनजीवन अस्तव्यस्त होता जा रहा है। हर जगह जल भराव की स्थिति हो चुकी है। शारदा समेत देवहा नदी भी उफान पर है। 

शुक्रवार सुबह से शाम तक बनवसा बैराज से 4.61 लाख क्यूसेक पानी शारदा नदी में छोड़ा गया। इससे कलीनगर और पूरनपुर तहसील के नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का पानी कहर बरपाने लगा है। कलीनगर तहसील में शारदा नदी के किनारे बसे नौजल्हा नकटहा में बाढ़ का पानी आबादी क्षेत्र में घुस चुका है। गांव में बाढ़ का पानी देख ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है।

इसके अलावा इसी तहसील क्षेत्र के बूंदीभूड़, नौजल्हा नंबर एक आदि गांवों में भी बाढ़ का पानी पहुचने की आशंका जताई जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार देर रात तक यहां स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।  

एसडीएम कलीनगर आशुतोष गुप्ता, तहसीलदार समेत अफसर टीम के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को सचेत रहने के साथ बाढ़ का पानी आने की दशा में सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। इधर, जलस्तर बढ़ने से शारदा नदी का पानी बाढ़ नियंत्रण योजनाओं को भी अपनी जद में लेने लगा है। कई स्थानों पर बाढ़ नियंत्रण योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गई हैं।

देवहा नदी भी उफान पर, बिगड़ सकते है हालात

डियूनी डैम से देवहा नदी में शुक्रवार शाम पांच बजे 38966 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। अफसरों की माने तो नदी अभी ओवरफ्लो नही हुई है, मगर इसी रफ्तार में देवहा नदी में पानी छोड़ा गया तो स्थिति बिगड़ सकती है। फिलहाल प्रशासनिक अफसर नदी के जल स्तर पर निगाह रखे हुए हैं। 

एसडीएम सदर देवेंद्र सिंह ने शुक्रवार सुबह देवहा नदी के किनारे पहुँच जलस्तर का जायजा लिया और तहसील कर्मियों को निचले स्थान पर बसे लोगों को सचेत करने के निर्देश दिए। सदर तहसीलदार आरआर रमन ने बताया कि अभी हालात काबू में है। राजस्व निरीक्षकों एवं लेखपालों की टीम लोगों को सतर्क कर रही है। उधर, लोग ब्रहमचारी घाट और देवहा नदी पुल पर पहुंचकर हालात भांपने में जुटे रहे। 

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