बरेली: रामगंगा डैम में अटके शवों निकालने में तेज बहाव बना रुकावट, एनडीआरएफ की कोशिश जारी

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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ग्रामीणों को दिखाई दिए थे डैम में फंसे तीन शव तो पहुंची थी पुलिस

बरेली, अमृत विचार। रामगंगा नदी पर बने डैम में तीन शव फंसे होने की सूचना पर सोमवार देर रात पुलिस में हड़कंप मच गया था। सुभाषनगर और भमोरा थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और शवों को निकवाने का प्रयास किया, लेकिन अंधेरा और तेज बहाव होने के कारण शव नहीं निकाले जा सके। जिसके बाद मंगलवार सुबह एनडीआरएफ की टीमों शवों के साथ शवों को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा था।

मंगलवार सुबह रामगंगा डैम पर एनडीआरएफ की टीम पहुंची, लेकिन असफल रही। जिस जगह शव फंसे हैं वहां पर बहाव तेज है और घुमावदार है। जिस वजह से स्टीमर भी काम नहीं कर पा रहा है। टीम ने दो बार स्टीमर ले जाने का प्रयास किया लेकिन पानी के घुमावदार लहरों की वजह से वह पलटने से बच गया अब टीम इस इंतजार में हैं कि पानी के वाहव के साथ शव आगे निकले तब निकाला जाए। पुलिस के मुताबिक दो शव अटके थे। जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि एक शव महिला का है। जबकि दो शव पुरुषों के हैं। बताया जाता है कि शव पूरी तरह क्षत विक्षत हो चुके हैं। उनकी पहचान करना मुश्किल है।

तो क्या सैलाब में बहकर आए शव
सोमवार देर शाम सुभाषनगर पुलिस को सूचना मिली कि रामगंगा डैम पर एक महिला और दो पुरुषों के शव अटके हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो जिस क्षेत्र में शव अटके हैं। वह भमोरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। तब भमोरा पुलिस को भी मौके पर बुला लिया गया। थाना प्रभारी सुभाषनगर और भमोरा ने गोताखोरों की मदद से शवों को निकवाने का प्रयास किया, लेकिन तेज बहाव के कारण गोताखोर शव निकालने में सफल नहीं हो सके। माना जा रहा है कि उत्तराखंड में आए सैलाब में बहकर शव आ गए होंगे।

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