कानपुर में बिना नंबर प्लेट दौड़ रहे नगर निगम के वाहन: ट्रैफिक नियमों की उड़ा रहे धज्जियां, अधिकारी नहीं देते हैं ध्यान

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Published By Nitesh Mishra
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लाइफ पूरी कर चुके वाहन भी सड़कों पर दौड़ रहे

कानपुर, अमृत विचार। शहर में निजी वाहनों के साथ सरकारी वाहन भी ट्रैफिक नियमों को तोड़ रहे हैं। कानपुर नगर निगम के दर्जनों वाहन बिना नंबर प्लेट व पंजीकरण के ही सड़कों पर दौड़ रहे हैं। कई वाहनों का समय पूरा होने के बाद भी वह बिना पंजीकरण के ही सड़क पर हैं। 

नंबर प्लेट न होने की वजह से यदि कोई दुर्घटना हुई तो मौके पर वाहन की पहचान कर पाना मुश्किल है। एक ओर निजी व कामर्शियल वाहनों पर तो ट्रैफिक पुलिस व आरटीओ कार्रवाई कर रहा है, लेकिन सरकारी कार्यालय से जुड़े वाहनों पर विभाग शिकंजा नहीं कस रहे हैं। यातायात माह में भी अधिकारियों की नजर ऐसे वाहनों पर नहीं पड़ी। 

शहर में प्रदूषण को रोकने के लिए 10 एंटी स्मॉग गन (वाटर स्प्रिंकलर) को एक संस्था के माध्यम से नगर निगम ने अपने प्रयोग में लिया है। इन गाड़ियों को शहर में आए हुये लगभग 1 वर्ष हो चुका है। बावजूद इसके ये गाड़ियां बिना नंबर प्लेट के सड़कों पर घूम रही हैं। कानपुर स्मार्ट सिटी के तहत डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए 350 वाहन खरीदे गए हैं। इनमें से भी ज्यादातर वाहनों में नंबर प्लेट गायब हैं।

Nagar Nigam Vehicles

इन वाहनों का संचालन प्राइवेट कंपनी जेटीएन द्वारा किया जा रहा है। ट्रैफिक पुलिस की इन वाहनों पर कोई लगाम नहीं है। नगर निगम में अभी छोटे-बड़े प्रेशर डंपर 23 हैं। इनमें कुछ नए हैं। जबकि कुछ अपनी लाइफ पूरी कर चुके हैं। ये वाहन एनजीटी नियमों के विरुद्ध खुले में ही कूड़ा और बिल्डिंग मैटेरियल ढो रहे हैं। 

इसके अलावा कई वाहन 15 साल पूरे कर चुके हैं, ऐसे में इनका पंजीकरण भी रद हो चुका है। इसी तरह नगर निगम में कई चार पहिया वाहन अटैच हैं जिनकी नंबर प्लेट नियमों के मुताबित नहीं लगी है। इन गाड़ियों पर अधिकारी तक चलते हैं।  

सरकारी वाहनों के रजिस्ट्रेशन के नियम 

सरकार की स्क्रैप पॉलिसी के तहत हर साल 1 अप्रैल से 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियों का पंजीकरण रद कर दिया जाता है। इस पॉलिसी में राज्य सरकार, नगर निगम, राज्य परिवहन विभाग और सरकारी स्वायत्तशासी संस्थानों की गाड़ियां शामिल हैं। अगर किसी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप होने से बचाना है तो उसका फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाकर दोबारा पंजीकरण कराना जरूरी है। 

वाटर स्प्रिंकलर वाहनों में नंबर प्लेट न होने को लेकर संस्था को चेतावनी दी गई है। जल्द ही पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। जल्द ही सभी वाहनों में नंबर प्लेट लगवा दी जाएगी।- दिवाकर भास्कर, प्रोजेक्ट सेल के प्रभारी, नगर निगम

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