शाहजहांपुर: गन्ने में बकरी को खींच ले गया बाघ...वृद्धा की बची जान
मंगलवार दोपहर बाद घटी घटना, ग्रामीणों की सूचना पर नहीं पहुंचे वनकर्मी

खुटार, अमृत विचार। खेत की तरफ बकरी चराने गई वृद्ध महिला के सामने घास चर रही एक बकरी को बाघ गन्ने के खेत में खींच ले गया। यह देख वृद्ध महिला के होश उड़ गए और वह बदहवास होकर गिर गई। शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचे किसान उसे दूसरी जगह उठा ले गए, जिससे उसकी जान बच गई। ग्रामीणों की माने तो, बाघ ने बकरी का शिकार कर लिया है, लेकिन गन्ने में घुसने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया। इससे पूर्व में भी बाघ की चहलकदमी देखी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि सूचना के बाद भी वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे। बाघ की मौजूदगी की वजह से ग्रामीणों में दहशत है।
क्षेत्र के गांव कढ़ैया निवासी स्व. नत्थूलाल की पत्नी सुमन देवी मंगलवार दोपहर तीन बजे गांव के बाहर गन्ने के खेत किनारे बकरियों को घास चराने को लेकर गई थी। बकरियों को रस्सी में बांधकर घास चरा रही थी। उसी समय अचानक गन्ने के खेत से बाघ बाहर आया और झपटा मारकर रस्सी सहित बकरी को गन्ने में खींच ले गया। पलक झपकते ही यह घटना देख सुमन देवी के होश उड़ गए और शोर मचाने के दौरान बदहवास होकर जमीन पर गिर गई। कुछ दूर गन्ने की सिंचाई कर रहे गांव सीतापुर निवासी पवन कुमार मौके पर पहुंचे और शोर मचाया। इसके बाद वृद्ध महिला को वहां से उठाकर दूसरी जगह ले गए और परिजनों को सूचना दी। परिजनों के साथ ग्रामीण भी पहुंच गए। परिजन सुमन देवी को घर लेकर चले गए। बाघ द्वारा बकरी का शिकार किए जाने की सूचना लोगों ने वन विभाग को दी। बावजूद इसके वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे। सुमन देवी ने बताया कि वह गांव कढ़ैया के ही प्रीतम सिंह के गन्ने के खेत किनारे बकरी चरा रही थी, तभी बाघ निकला और बकरी को अपना निवाला बना लिया। ग्रामीणों ने बताया कि कई दिनों से गांव के समीप बाघ की चहलकदमी देखी जा रही है। लेकिन कोई वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे, जिससे ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की है। रेंजर खुटार मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि किसी के द्वारा इस तरह की कोई भी सूचना नही दी गई है। वनकर्मियों को मौके पर भेजकर जांच कराई जाएगी।
ये भी पढ़ें - शाहजहांपुर: एसई कार्यालय परिसर में संविदा विद्युत कर्मचारियों का धरना-प्रदर्शन