Kanpur: गेमिंग एप के जरिये ठगी करने का मामला: ठगों ने साइबर अपराधियों को दिए थे 60 बैंक खाते, करोड़ों रुपये का खातों में मिला ट्रांजेक्शन
कानपुर, अमृत विचार। गेमिंग एप के जरिए साइबर ठगी करने वाले तीन शातिर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को और जानकारियां हासिल हुई हैं। पुलिस को जांच में जानकारी मिली है, कि जून माह से अब तक आरोपियों ने साइबर ठगों को 60 बैंक खाते उपलब्ध कराए थे। जिसमें अब तक करोड़ों रुपयों के ट्रांजेक्शन हो चुके हैं। जांच में यह भी पता चला कि जो एलेक्स और डेनियल आरोपियों से खाते लेते थे वो अपना इस्तेमाल करने के अलावा बचे खातों को आगे बेच देते थे।
साइबर सेल सेन्ट्रल जोन ने सूत्रों ने बताया कि एलेक्स और डेनियल ने जून से अब तक 60 बैंक खाते आरोपियों से लिए थे। पता चला है कि वो कुछ खातों का इस्तेमाल करते थे जिसमें साइबर ठगी का पैसा मंगाते थे और बाकी खाते मोटे कमीशन में आगे दूसरे साइबर अपराधियों को कमिशन पर दे देते थे। वहां से भी पैसा मिलता था। दोनों ही धंधे में काकादेव पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों का हिस्सा रहता था।
बैंक खातों में कितनी रकम आई इसके बारे में सिर्फ एलेक्स और डेनियल जानकारी रखते थे। कितना पैसा आया वो ही यहां पर जतिन को बताते थे और उसी पैसे के हिसाब से उन्हें कमीशन देते थे। कभी यह पैसा नकदी में मिलता था और कभी कानपुर के आरोपी इसे डिजिटल करेंसी में लेकर पैसे में कनवर्ट कर अपने बैंक खाते में ले लेते थे। लिखापढ़ी में पैसे का कोई रिकार्ड नहीं होता था।
प्रिंस मल्होत्रा ने काकादेव थाने में जतिन गलानी उर्फ जीतू, चरन सिंह निवासी गोविंद नगर और सौरव दुलानी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस साइबर टीम और सर्विलांस टीम ने जांच की और इस बड़े गिरोह का खुलासा हुआ। इनके पास 40 लाख रुपये नकद और 10 से ज्यादा मोबाइल बरामद हुए थे।
