बंटेंगे तो कटेंगे... बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन, देखें वीडियो
लखनऊ, अमृत विचारः बटंगे तो कटंगे... एक हैं तो सेफ हैं... के नारे के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार और हिंसक घटनाओं को लेकर व्यापक प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें 12 से अधिक संगठन शामिल हुए। जिसमें गायत्री परिवार, प्रजापति ईशवरीय ब्रह्माकुमारी संगठन, इस्कॉन मंदिर, जैन समाज, बौद्ध समाज, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, बजरंग दल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मजदूर संगठन और अधिवक्ता परिषद से जुड़े लोग शामिल हुए। दोपहर 2 बजे से शुरू इस प्रदर्शन में बांग्लादेश हिंदू रक्षा संघर्ष समिति के बैनर पर यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा। इस विरोध प्रदर्शन में बच्चों से लेकर बड़ों तक हर किसी ने हिस्सा लिया और सरकार से मांग की है कि बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं और बच्चों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए।
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लगभग चार किलोमीटर दूरी में निकाली गई इस रैली में शामिल लोग जितने मंदिर तोड़ोगे, उतनी मानवता छोड़ोगे। हवा में बांग्लादेश होश में आओ, हिंसा नहीं सहेंगे और कट्टरपंथियों से लड़ेंगे जैसे नारे लिखी तख्तियां लेकर नारे लगाते चल रहे थे। रैली में विश्व हिंदू परिषद, धर्मजागरण मंच, बजरंग दल, वनवासी कल्याण आश्रम, संस्कार भारती, सेवा भारती, भाजपा, इस्कान, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, साधु-संतों, आलमबाग गुरुद्वारा से सरदार निर्मल के अगुवाई में शामिल सिखों से केंद्र सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मंदिरों को तोड़ने के मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। इसके पहले शिवाजी मैदान पर हुई सभा में महंत रामसेवक दास ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं को मारा जा रहा है, इसे हम मूकदर्शक बनकर नहीं देख सकते। इस्कॉन के श्याम दास ने कहा कि हिंदू कभी भेदभाव नहीं करते, वह सबमे परमात्मा का दर्शन करते हैं लेकिन बांग्लादेश में कट्टरपंथी ही सरकार चला रहे हैं। वहां हिंदुओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। भारत सरकार इसे रोकने को तत्काल कदम उठाए।
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बाजार बंद कर जनाक्रोश रैली में पहुंचे व्यापारी
अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार के विरोध में प्रदेशभर से व्यापारी अपनी बाजारों को बंद कर बड़ी संख्या में पहुंचे। लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन, इलेक्ट्रिक मर्चेंट एसोसिएशन, लखनऊ चिकन एसोसिएशन, चारबाग व्यापार मंडल, जनपथ मार्केट, नजीराबाद, सहादतगंज, अलीगंज, निशातगंज, ऐशबाग रोड, राजाजीपुरम, मिल रोड, आलमबाग व्यापार मंडल सहित अन्य कई बाजारों ने अपनी दुकान बंद करके विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित जन आक्रोश रैली में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे।
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महापौर और विधायक भी रहे शामिल
जन आक्रोश रैली में लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी के नेतृत्व में पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे। प्रांत संघचालक कौशल, विहिप नेता अशोक दूबे, कन्हैया लाल, सेवाभारती से राजेश अग्रवाल, सुधीर गुप्त, बाल आयोग की शुचिता चतुर्वेदी, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, एमएलसी मुकेश सिंह चौहान, एमएलसी मुकेश शर्मा, एमएलसी पवन सिंह चौहान, रमेश तूफानी, रजनीश गुप्ता, जया शुक्ला, राकेश सिंह सौरभ वाल्मीकि, मानवेंद्र सिंह, प्रवीण गर्ग, अभिषेक खरे, विनायक पांडे, राकेश गुप्त शामिल हुए।
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सरकार उठाए सख्त कदम
प्रदर्शन में भारी तादाद में किशोर भी मौजूद थे। जिनका एक ही मानना है कि भारत सरकार को बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या हो रही है। इसे लेकर सरकार पूरी तरह से शांत है। उन्हें सख्ती के साथ कदम उठाना चाहिए और वहां के हिन्दुओं को बचाना चाहिए। किशोरों का कहना है कि हमें एक होकर आवाज उठानी चाहिए और हिन्दुओं की रक्षा करनी चाहिए।
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बदली दिखी यातायात व्यवस्था
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर से मार्च निकाला गया। मार्च हनुमान सेतु मंदिर तिराहा, सुभाष चौराहा, वाल्मीकि तिराहा, मेफेयर तिराहा, अल्का तिराहा, हजरतगंज चौराहा होते हुए वापस विश्वविद्यालय परिसर पहुंची। इसे देखते हुए यातायात पुलिस ने यातायात व्यवस्था में बदलाव किया।
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बांग्लादेश से कपड़ा व्यापार पर लगे प्रतिबंध
उतर प्रदेश कपड़ा उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि लगातार हिंदुओं पर बंगलादेश में हमले कर मंदिरों को तोड़ा जा रहा है।बांग्लादेश से कपड़ों के कारोबार पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष अशोक मोतियानी महामंत्री, अनिल बजाज, प्रभु जालान, दीपक अरोड़ा, पप्पू ग्रोवर, किशन चंद ने केंद सरकार को ज्ञापन भेज कर बांग्लादेश से कपड़े के कारोबार पर प्रतिबंध लगाने की मांग किया। रैली में उद्योग व्यापार मंडल के संदीप बंसल, सुरेश छबलानी, कैलाश जैन, जावेद बेग, विपिन, विशाल सिंह, शुभम, आदर्श, अरविंद आदि भी शामिल रहे।
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बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओ के प्रति अत्याचारों को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय में कई हिंदू संगठन मिलकर कर रहे विरोध प्रदर्शन
— Amrit Vichar (@AmritVichar) December 10, 2024
Save Bangladeshi Hindus | #HumanRightsDay pic.twitter.com/9T3RGoKKPP
अब एकजुट होना जरूरी
रैली में शामिल होने जिले के कई गांवों के किसान भी पहुंचे। पिपरसंड, लोनहा, रुपखेड़ा गांवों से आए किसान संतोष सिंह चौहान, ईश्वरदीन लोधी, रामलाल, राममिलन और बेचालाल ने कहा कि अखबार रैली की जानकारी मिली तो खुद को रोक नहीं पाए। किसानों ने भी समय पड़ने पर देश के लिए लड़ाई लड़ी है, जरूरत पड़ी तो फिर लड़ेंगे। इन किसानों का कहा था कि, एकजुट होना अब जरूरी हो गया है। आज बांग्लादेश में हमला कर रहे हैं, कल यहां भी हमला कर सकते हैं।
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