बाराबंकी: जमीन की पैमाइश के नाम पर घूस लेते लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने दबोचा

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Published By Vishal Singh
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जमीन की पैमाइश के लिए लेखपाल के चक्कर लगा रहा था पीड़ित अधिवक्ता

बाराबंकी, अमृत विचार। जमीन की पैमाइश के नाम पर पीड़ित अधिवक्ता की कार में बैठकर घूस ले रहे लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने दबोच लिया। लेखपाल के साथ टीम ने उसके सहयोगी मुंशी को भी हिरासत में लिया। कार्रवाई के दौरान मौके पर लेखपाल इकट्ठा हो गए। जिनसे हाथापाई की स्थिति पैदा हो गई। स्थिति को भांपते हुए एंटी करप्शन टीम आरोपियों को लेकर सीधे सफदरगंज थाने पहुंच गये। वहीं, इस कार्रवाई के विरोध में लेखपालों ने तहसील में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो देर शाम एसडीएम से वार्ता के बाद समाप्त हुआ। 

एंटी करप्शन टीम की यह कार्रवाई सतरिख थाना के ग्राम इब्राहिमाबाद निवासी अधिवक्ता बलवंत यादव की शिकायत पर हुई। जानकारी के मुताबिक बलवंत यादव का ननिहाल कोतवाली नगर के ग्राम भुहेरा में है। जहां मां के नाम की जमीन की पैमाइश कराने के लिए वह लगातार कुर्सी के जुग्गन पुरवा बसारा निवासी  लेखपाल दीपक यादव के पास चक्कर लगा रहे थे। इसके लिए बलवंत यादव से रुपये की मांग की जा रही थी, जिसके कारण बलवंत ने एंटी करप्शन में शिकायत की थी। 

मंगलवार को अयोध्या से आई 12 सदस्यीय एंटी करप्शन टीम ने पूरी तैयारी के साथ नवाबगंज तहसील पहुंचकर लेखपाल दीपक यादव की रेकी शुरू कर दी। इसी बीच बलवंत ने अपनी कार मुख्य रोड पर स्थित तहसील के छोटे गेट के बाहर खड़ा की। इस गेट से निकलकर लेखपाल दीपक पीड़ित बलवंत की कार में बैठा और अंदर 20 हजार रुपये लेते ही टीम ने घेरकर उन्हें दबोच लिया। दीपक ने विरोध किया तो यह देखकर वहां मौजूद दूसरे लेखपाल इकट्ठा हो गए और टीम का विरोध करने लगे। मौके पर हाथापाई की स्थिति पैदा हो गई। 

जिसके बाद टीम लेखपाल दीपक यादव सहित दूसरे लेखपाल सुनील और मुंशी शमशेर निवासी देवा टीपहार को हिरासत में लेकर वहां से निकली। सफदरगंज थाने में देर शाम तक टीम लिखापढ़ी करती रही। यहां एंटी करप्शन की ओर से दीपक यादव व शमशेर के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। वहीं लेखपाल सुनील को छोड़ दिया गया। जानकारी के मुताबिक सुनील ने टीम की कार्रवाई करते हुए वीडियो बनाई थी। इसलिए उसे पकड़ लिया गया।

लेखपालों में आक्रोश
एंटी करप्शन टीम की इस कार्रवाई के विरोध में लेखपाल आक्रोशित हो गए और अन्य तहसील कर्मी पहले कोतवाली नगर पहुंचे और दीपक सहित तीनों के अपहरण की बात कही। फिर लेखपालों ने तहसील में तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जो देर शाम एसडीएम से वार्ता के बाद समाप्त हुआ। वहीं पकड़े गए लोगों की जानकारी में भटक रहे लेखपालों को जब जानकारी हुई तो कई लेखपाल सफदरगंज थाने भी पहुंचे, लेकिन उन्हें दीपक व शमशेर से मिलने नहीं दिया गया। उ.प्र. लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष आशुतोष वर्मा ने बताया कि एसडीएम से वार्ता के बाद अब हम लोग पीड़ित लेखपाल के पक्ष में कानूनी कार्रवाई करेंगे।

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