Unnao में फौजी की पत्नी व दो बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत: बंद कमरे में मिले शव, अंगीठी के धुएं से दम घुटने की आशंका

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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बांगरमऊ, उन्नाव, अमृत विचार। बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला न्यू कटरा स्थित मकान के एक कमरे में जम्मू-कश्मीर में तैनात फौजी की पत्नी व उसके दो बच्चों के शव पड़े मिलने से सनसनी फैल गई। देखते ही देखते वहां भीड़ एकत्र हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो कमरे में एक अंगीठी मिली है। इससे संभावना जताई जा रही है कि सर्दी से बचाव के लिए अंगीठी जलाई गई होगी। कमरे के एयर टाइट होने व धुएं से दम घुटने से उनकी मौत हुई है। पति के पहुंचने पर शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाए हैं।

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बता दें कि फतेहपुर चौरासी थानाक्षेत्र के गांव बरुआ घाट के मजरा मुन्नी खेड़ा निवासी सुंदर सिंह उर्फ नन्हक्के का इकलौता बेटा आलोक सिंह राजपूत रेजीमेंट में सुबेदार है। इस समय उसकी तैनाती कश्मीर के राजौरी सेक्टर में है। बीते दो वर्ष से आलोक की पत्नी रचना उर्फ नीशू अपने बेटे अंश उर्फ वैभव (7) व  बेटी वैष्णवी (3) के साथ बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला न्यू कटरा में अपने मकान में रह रही थी। रविवार रात रचना बच्चों के साथ घर के निचली मंजिल में बने कमरे में सो रही थी। सोमवार सुबह करीब आठ बजे आलोक ने पत्नी को फोन किया लेकिन, फोन रिसीव नहीं हुआ। इस पर उसने पड़ोसी कल्पना गुप्ता को फोन कर पत्नी से बात कराने को कहा। 

कल्पना के कई आवाज लगाने पर भी अंदर से कोई उत्तर नहीं मिला। कुछ देर बाद दूधिया मुन्नी लाल दूध देने आया तो उसने भी काफी प्रयास किया लेकिन, कोई उत्तर नहीं मिला। दूधिये की सूचना पर नगर के आरडीएस स्कूल में नौकरी करने वाला आलोक का चचेरा भाई पंकज पहुंचा और पड़ोसी की छत से वह बगल के मकान की छत के फौजी के मकान में दाखिल हुआ। कमरे का दरवाजा तोड़कर जब वह अंदर पहुंचा तो वहां मां व उसके दो बच्चों के शव पड़े देख दंग रह गया। उसने घटना की जानकारी आलोक व रचना के मायके गांव भड़सर नौशहरा निवासी परिजनों को दी।  

सूचना पर सीओ अरविंद चौरसिया व एसएचओ राजेश पाठक मौके पर पहुंचे और जांच की। परिजनों के मुताबिक आलोक राजौरी से वैष्णो देवी मंदिर आया है। घटना की सूचना के बाद वह घर के लिए निकला है। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाए हैं। आलोक के पहुंचने पर शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। ने बताया के प्रथम दृष्टया अंगीठी जलने की वजह से हुए सफोकेशन से तीनों की मौत होना प्रतीत हो रहा है। पीएम रिपोर्ट आने पर ही सही कारण की जानकारी हो सकेगी।

बच्चों की शिक्षा के लिए गांव से बांगरमऊ लाया था परिवार

आलोक करीब दो वर्ष पूर्व गांव से पत्नी के साथ बच्चों को बांगरमऊ में अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए लाया था। कुछ दिन किराए के मकान में रहने के बाद उसने अपना मकान बनावा लिया था। तभी से पत्नी बच्चों के साथ उसी मकान में रहती थी। तीन मंजिला मकान में कई कमरे बने है। बेटा संडीला मार्ग स्थित माया इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा दो का छात्र था और रचना उसे उच्च शिक्षा दिलाकर एनडीए में  फौजी अफसर बनाना चाहती थी।

फोरेंसिक टीम ने भी जुटाए साक्ष्य

महिला व दो बच्चों की मौत से क्षेत्र के सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंचे परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल रहा। घटना की सूचना पर एसपी के निर्देश पर फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्र किए।

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