आकाश में नजर आएगा ग्रह का महाकुंभ, 7 ग्रह होंगे एक ही सीध में, इस तरह से दिखेगा बेहतर नजारा...
कानपुर, अमृत विचार। खगोल विज्ञान और ज्योतिष की दृष्टिकोण से 25 जनवरी का दिन खास रहेगा। इस दिन सूर्यास्त के बाद आकाश में अद्भुत खगोलीय नजारा दिखाई देगा, जब सौर मंडल के सात ग्रह एक संरेखण में दृश्यमान होंगे।
ज्योतिषाचार्य पं. मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि 25 जनवरी की रात आकाश में पांच ग्रह बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि और नेपच्यून और यूरेनस एक रेखा में दिखाई देंगे। ग्रह अपनी-अपनी कक्षाओं में अलग-अलग वेगों से चक्कर लगाते हैं, ऐसा बहुत कम होता है कि ग्रह एक रेखा में आ जाएं और दिखाई भी दें।
कई बार दिन में ऐसी स्थितियां बनती हैं लेकिन दिखाई नहीं देती। इस बार रात में यह ग्रह एक रेखा में आ रहे हैं और दिखाई भी देंगे। इसलिए यह खगोलीय घटना दुर्लभ है। बगैर दूरबीन के यह ग्रह दिखाई देंगे। वैदिक ज्योतिष में नौ ग्रहों को स्थान दिया गया है, जिनमें राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है, छाया ग्रह का मतलब उनका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है। ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु का महत्व बहुत ज़्यादा है।
पं.मनोज कुमार द्विवेदी ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इसके अलावा यूरेनस, नेपच्यून और प्लूटो का विचार मेदनीय ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण हैं। बुध, शनि, शुक्र, गुरु, मंगल, नैपच्यून और यूरेनस जनवरी से एक सीध में हैं। उन्होंने बताया कि इनके एक सीध में होने से इसका व्यापक प्रभाव देश और दुनिया के अलावा राशियों पर भी पड़ेगा। सभी ग्रह एक सीध में आ जाएंगे जिसके चलते ये एक अद्भुत संयोग बनेगा।
इस अद्भुत अवसर का फायदा उठाया जा सकता है। इस समय का उपयोग आत्मनिर्माण और मानसिक शांति के लिए करना बेहद लाभकारी हो सकता है, ये समय बदलाव के अलावा नए अवसरों और समृद्धि की और बढ़ने का हो सकता है।
ज्योतिष शास्त्र ऐसे संरेखणों को ग्रहों की ऊर्जा को बढ़ाने वाला मानता है। संचार का ग्रह बुध, गहरी बातचीत को बढ़ावा दे सकता है। शुक्र, जो चमकता है, प्रेम और सुंदरता का प्रतीक है, जबकि मंगल अपने उग्र जुनून से ऊर्जा देता है। बृहस्पति की उपस्थिति विस्तार और ज्ञान लाती है, जबकि शनि अनुशासन और लचीलेपन का पाठ प्रदान करता है। साथ मिलकर, वे ऊर्जाओं का एक गतिशील मिश्रण बनाते हैं, जो व्यक्तिगत और सामूहिक पथों पर चिंतन को प्रेरित करता है।
कहां से बेहतर तरह से दिखेगा यह नजारा
ग्रहों की यह स्थिति देखने के लिए शहर की रोशनी से दूर किसी खुले क्षेत्र या पहाड़ी पर जा सकते हैं. यदि मौसम साफ है, तो आप नेप्च्यून और यूरेनस को छोड़कर अधिकांश ग्रहों को नग्न आंखों से देख पाएंगे. दूरबीन की मदद से आप इन दो ग्रहों को भी साथ देख सकेंगे।
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