बोर्ड एग्जाम से पहले स्टूडेंट्स की एंग्जाइटी का पारा हुआ हाई, हेल्पलाइन डेस्क में फोनकर मांग रहे सौल्यूशन

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: मंडलीय हेल्प डेस्क में शनिवार इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों की शंकाओं और जिज्ञाषाओं का विशेषज्ञों ने समाधान किया। दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक 4 घंटे में लखनऊ, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, हरदोई, रायबरेली, सीतापुर के अलावा मंडल के बाहर के जिलों से 300 फोन किए गए। इनमें विषय विशेषज्ञों ने अलग-अलग तरह के 100 प्रश्नों के उत्तर दिए। ज्यादातर परीक्षार्थियों ने कहा कि परीक्षा से डर लग रहा है, इसे कैसे दूर करें। किसी ने कहा कि प्रयोगात्मक परीक्षा में एग्जाम्नर के सामने होने वाली घबराहट को कैसे दूर करें। किसी ने वायवा में कैसे प्रश्न आते हैं ये प्रश्न किया।

राजधानी के शाहमीना राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की तूबा फातिमा ने पूछा कि एग्जामनर के सामने वाइवा देने में घबराहट होती है, इस डर का सामना कैसे करें। हरदोई की स्वाति शर्मा ने पूछा वायवा के लिए तैयारी कैसे करें। उन्नाव के सार्थक रावत कहा, वाह्य परीक्षक कैसे होते हैं, ये सोचकर ही डर लग रहा है। प्रयागराज से अनुराग विश्वकर्मा ने पूछा वाइवा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। सीतापुर से मानसी ने पूछा पूर्ण तरंग दिष्टकारी के विषय में क्या प्रश्न पूछे जा सकते हैं। कानपुर से आयुष गुप्त ने पूछा, भौतिक विज्ञान में प्रयोग को कैसे लिखना होता है, क्या चित्र बनाना आवश्यक है।

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विशेषज्ञों ने कहा कि, परीक्षा से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। विषय से संबंधित तथ्यों का अध्ययन कर पूर्ण आत्मविश्वास के साथ उत्तर दें। प्रयोग को लिखते समय उद्देश्य, आवश्यक उपकरण, सिद्धांत, परीक्षण सारणी, गणना, निष्कर्ष लिखने के साथ-साथ आवश्यक ग्राफ और चित्र भी बनाएं। वाइवा का क्षेत्र विस्तृत होता है किंतु प्रोजेक्ट चार्ट व प्रयोग से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। ट्रांसफार्मर का सिद्धांत, क्रियाविधि, ये कितने प्रकार के होते हैं? भंवर धाराएं क्या है आदि प्रश्न इससे संबंधित है जिन्हें अच्छे से तैयार किया कर लें। जो प्रश्न दिया जाए, उत्तर उसी का लिखें।

इन जानकारों ने किया समाधान

रसायन विज्ञान विशेषज्ञ और मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार, रसायन विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. श्वेता श्रीवास्तव, भौतिक विज्ञान विशेषज्ञ संध्या राजपूत, जीव विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. दीप्ति विश्वकर्मा, अभिलेखीकरण पवन कुमार तिवारी ने किया।

इन सुझावों पर अमल करें विद्यार्थी

रसायन विज्ञान

1-गुणात्मक विश्लेषण के अंतर्गत अम्लीय व क्षारीय मूलकों के परीक्षण में सैद्धांतिक पक्ष को अवश्य समझें।

2-अम्ल व क्षार के परीक्षण में वर्गीकरण का आधार क्या है विभिन्न समूह के समूह अभिकर्मक चयन का आधार क्या है। इसे समझे जिससे मौखिक पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने में आसानी होगी।

3-परीक्षण लिखते समय रासायनिक अभिक्रियाओं को अवश्य लिखें।

4- विश्लेषण में फेरस अमोनियम सल्फ़ेट का विलियन बनाकर तत्काल परीक्षण करें। जिससे ऑक्सीकरण आदि के प्रभाव से सांद्रता परिवर्तित ना होने पाएं।

भौतिक विज्ञान

1-सत्रीय कार्य व प्रोजेक्ट कार्य को समय से पूरा कर अपने अध्यापक से जांच करवा लें।

2-संबंधित उपकरण, सिद्धांत व सामान्य शब्दावली से भलीभांति परिचित रहें।

3- प्रयोग को लिखते समय आवश्यक चित्र बनाए व सिद्धांत अवश्य लिखेंl

4-प्रयोग के सिद्धांत को तर्क के आधार पर समझने का प्रयास करना चाहिए।

जीव विज्ञान

1-स्पॉटिंग में सिर्फ मुख्य लक्षण ही लिखें व चित्र नामांकित स्पष्ट होना चाहिए।

2-मौखिकी के लिए बनाए गए चार्ट एवं मॉडल को अच्छी तरीके से तैयार करें।

3-चार्ट या मॉडल अपने पसंद के शीर्षक पर ही तैयार करें तो ज्यादा अच्छा होगा।

4- स्लाइड बनाते समय ध्यान रखें कि उसमें बबल्स ना हो।


प्रत्येक परीक्षार्थी को अपने वायवा (मौखिकी) के समय वाह्य परीक्षक से नि:संकोच अपने द्वारा किये गए कोई एक नवाचार के बारे में बताएं उसे साझा करने से और अच्छे अंक प्राप्त होते हैं।

-डॉ. दिनेश कुमार, मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी

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