मौसम की मार से घट सकती गेहूं की पैदावार, तेज धूप से फसल में इतने फीसदी तक नुकसान की आशंका...
कानपुर, अमृत विचार। मौसम में तेजी से बदलाव से इस बार गेहूं के दाने का आकार 40 फीसदी तक घट सकता है। गेहूं छोटा और चपटा होने से दाने की बनावट बदल सकती है। किसानों को प्रति हेक्टेयर 20 से 25 क्विंटल गेहूं का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। इससे किसान मायूस हैं और कोहरा और सर्दी तेज करने की दुआ कर रहे हैं।
बारिश से बर्बाद हुई धान की फसल के नुकसान से उबरने की उम्मीद लगाए बैठे किसान मौसम के बदलाव से गेहूं की फसल पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को लेकर चिंतित हैं। बीते एक हफ्ते से सामान्य से बढ़ा हुआ तापमान और दिन में होने वाली तेज धूप परेशानी बढ़ा रही है। इससे गेहूं की फसल सूख रही है। जिले में इस बार 50 हजार से ज्यादा किसानों ने 1.10 लाख हेक्टेयर भूमि में गेहूं की फसल लगाई है।
अधिकतर खेतों में फसल में अभी टिलरिंग का काम शुरू नहीं हुआ है, इसके बाद बाली तैयार होती है। यानी अभी गेहूं की फसल को कोहरा और सर्दी के मौसम की जरूरत थी। कृषि अधिकारियों के अनुसार अधिकतम 12 डिग्री और न्यूनतम 5 डिग्री सेल्सियस तापमान में गेहूं की फसल को तेजी से बढ़त मिलती है।
जनवरी की शुरुआत में फसल के लिए अपेक्षानुसार तापमान था, जिसे कम से कम 20 दिन जारी रहना चाहिए था। लेकिन तापमान सामान्य से अधिक हो गया है। इससे अच्छी पैदावार पर खतरा मंडरा रहा है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 5.4 और अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
फसल में सिंचाई करते रहें किसान
अपर जिला कृषि अधिकारी शिवम सोनकर ने बताया कि इस समय अधिकतम तापमान फरवरी के दूसरे सप्ताह जैसा नजर आ रहा है। अभी कोहरा और सर्दी की जरूरत थी। तापमान ऐसा ही रहा तो फसल को नुकसान से बचाना मुश्किल है। इस मौसम में किसान सिंचाई जरूर करें।
बीते दिनों का तापमान (डिग्री सेल्सियस)
न्यूनतम अधिकतम
26 जनवरी 6.4 23.0
25 जनवरी 11.4 24.2
24 जनवरी 9.5 24.4
23 जनवरी 8.6 26.0
22 जनवरी 9.5 27.2
