Kanpur DM जितेंद्र प्रताप सिंह ने आसरा आवासों का किया निरीक्षण: काम में गति लाने और आवंटन प्रक्रिया तेज करने के दिए निर्देश...
कानपुर, अमृत विचार। डूडा आसरा आवास योजना के तहत 8 वर्ष से तैयार हो रहे 1104 में 864 आवास आवंटित किए जा चुके हैं। लेकिन अब तक एक भी परिवार यहां रहने नहीं आया। जो आवंटित हुए हैं, उनमें भी 144 अभी रहने लायक स्थिति में नहीं हैं। 240 आवासों का निर्माण बजट के अभाव में रुका हुआ है। यही नहीं परिवारों के बसने से पहले ही दीवारों पर सीलन और पानी निकासी के लिए ढलान ठीक नहीं है।
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के औचक निरीक्षण में यह खामियां सामने आई हैं। परिवारों के यहां नहीं रहने की वजह के रूप में कई विभागों की लापरवाही भी दिखी है। इसको लेकर उन्होंने नाराजगी जताई। जिलाधिकारी ने बताया कि सजारी में 15 सौ आवासों की यह योजना घटकर 1104 रह गई।
वर्ष 2017 की इस योजना को अब तक पूरा नहीं किया जा सका। 864 आवास आवंटित हो चुके हैं, जिसमें 720 आवास ही तैयार हैं। 144 आवासों की फिनिशिंग अभी बाकी है। सीपेज (जगह जगह पानी रुकने की स्थिति) भी है। गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया है।

240 आवासों का निर्माण के लिए 4 करोड़ रुपये बजट की जरूरत है। लेकिन, इसको लेकर न ही डूडा, नगर निगम व कार्यदायी संस्था (सी एंड डीएस) ने जानकारी दी। इससे इन विभागों की योजना के प्रति रुचि असंतोषजनक है। उन्होंने नगर निगम के कामकाज पर भी नाराजगी जताई। बताया कि यहां पार्क और सड़क बनाने की जिम्मेदारी नगर निगम की है, जिसमें कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
केस्को लगाए मात्र 50 मीटर
सजारी में जो आवास आवंटित हो गए हैं, वहां केस्को का काम भी धीमा पाया गया। मात्र 50 मीटर ही लगाए गए हैं। यह तब है जब करीब ढाई सौ के करीब ने कनेक्शन के लिए आवेदन कर दिया है। अव्यवस्थित ढंग से बिजली के तार मिले। इस पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की।
240 आवासों के 4000 पात्र
1104 आवासों में 240 आवासों का आवंटन अभी नहीं हुआ है। उनका निर्माण बजट के आने के बाद शुरू होगा। लेकिन, इससे पहले उन आवासों को पाने के लिए जो आवेदन आए हैं, उसमें 16 गुणा से भी अधिक लोगों का पात्र माना गया है। हालांकि अब इन लोगों में 240 का लॉटरी के माध्यम से चयन किया जाएगा।
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