लखीमपुर खीरी: बाघ के हमले में घायल किशोर की 16 दिन बाद हुई मौत
बिजुआ, अमृत विचार। क्षेत्र में आग से जले घर को बनाने के लिए चंद्रपुरा क्षेत्र के जंगल में फूस पतौरा काटने के दौरान बाघ के हमले में घायल किशोर की करीब 16 दिन बाद लखनऊ के ट्रामा सेंटर में ईलाज के दौरान मौत हो गई। पहले अगजनी में सब कुछ गंवाने के बाद किशोर की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
भीरा थाना क्षेत्र के सूरजपुर गांव में 20 जनवरी की रात को अज्ञात कारणों से लगी आग से सुरेश कश्यप सहित दो अन्य पड़ोसियों के छप्परनुमा घर पूरी तरह से जलकर राख हो गए थे। जिसके बाद इन्ही घरों को फिर से बनाने के लिए 22 जनवरी को सुरेश कश्यप का सबसे छोटा लड़का आदर्श कश्यप (14) गांव के ही अन्य लोगों के साथ लुधौरी रेंज के चंद्रपुरा क्षेत्र के गन्ने के खेतों व जंगल जाने वाले रास्तों पर फूस पतौरा काट रहा था, इसी दौरान आदर्श पर एक बाघ ने हमला कर दिया था। बाघ के हमले से आदर्श के सिर में गम्भीर चोटें आईं थीं,जिसके बाद आदर्श को घायल अवस्था में परिजनों द्वारा बिजुआ सीएचसी से जिला अस्पताल और जिला अस्पताल से लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराकर ईलाज कराया जा रहा था। परिजन बताते हैं कि ट्रामा सेंटर में लगातार आदर्श की हालत गम्भीर बनी हुई थी और हमले के 16 दिन बाद शुक्रवार की सुबह ईलाज के दौरान आदर्श ने दम तोड़ दिया।
पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार की देर शाम तक आदर्श का शव गांव नहीं पहुंचा था। पहले घर में हुई आगजनी में सब कुछ जलकर राख होने के बाद आदर्श की मौत ने परिजनों को झकझोर कर रख दिया है। इस मौत से घर वालों के साथ-साथ ग्रामीण भी गमगीन हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से न ही आदर्श के ईलाज के लिए कोई मदद मिली है, और न ही इस गरीब परिवार को घर बनाने के लिए कोई मुआवजा मिला।
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