सतीश शर्मा का माइक्रो मैनेजमेंट मिल्कीपुर में बना मास्टरस्ट्रोक, सीएम योगी के विश्वास पर एक बार फिर खरे उतरे राज्यमंत्री

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। मिल्कीपुर आरक्षित विधानसभा सीट राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के लिए नाक की लड़ाई बन गई थी। इस सीट के लिए बीजेपी ने बहुत प्लानिंग की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सबसे निकटतम मंत्रियों में शामिल सतीश चंद्र शर्मा को इस जीत को सुनिश्चित कराने के लिए अहम जिम्मेदारी सौंपी।

सीएम योगी के विश्वास को कायम रखने के लिये खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री सताश शर्मा ने भी चुनावी रण में अपना सबकुछ झोंक दिया। माइक्रो मैनेजमेंट की रणनीति अपनाई। बूथ लेवल पर टोली बनाकर जनता से सीधा संवाद और जनसंपर्क करने पर जोर दिया गया। मिल्कीपुर उपचुनाव में अयोध्या का बदला लेने में उनकी भूमिका सबसे अहम रही। 

सतीश शर्मा ने खूब दांव पेंच चलाए। जमकर प्रचार किया। कार्यकर्ताओं के साथ लगातार जन संवाद किया। कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया और लगातार जनसभाओं में सक्रिय रहे। उन्होंने मिल्कीपुर में जमकर पसीना बहाया और सीएम योगी को सीट जितवाकर दी। जीत से गदगद सतीश शर्मा ने कहा कि मिल्कीपुर में चुनाव शुरू से एकतरफा था।

जनता जनार्दन ने मन बना लिया था कि इस बार भारतीय जनता पार्टी का कमल खिलना चाहिए। वहीं मिल्कीपुर जीत के बाद अब राज्यमंत्री सतीश शर्मा का प्रमोशन भी तय माना जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी गुड लिस्ट में शामिल राज्यमंत्री सतीश शर्मा को जब भी कोई जिम्मेदारी दी, तो उन्होंने कभी भी उन्हें निराश नहीं किया।

जिले के विकास में अहम भूमिका, खाद्य एवं रसद विभाग का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, मंत्रियों के साथ बेहतर सामंजस्य, संगठन के नेताओं से तालमेल और जिले की राजनीति पर भी मजबूत पकड़, पार्टी में सतीश के बढ़े कद की गवाह हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री भी जल्द ही सतीश शर्मा का सरकार और पार्टी में कद और बढ़ाकर उन्हें रिटर्न गिफ्ट दे सकते हैं।

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