लखनऊ पुलिस ने वाहन चोर गिरोह के चार सदस्यों को किया गिरफ्तार, 43 बाइक बरामद

लखनऊ पुलिस ने वाहन चोर गिरोह के चार सदस्यों को किया गिरफ्तार, 43 बाइक बरामद

लखनऊ, अमृत विचार। मड़ियांव पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने वाहन चोरों के एक गिरोह का खुलासा किया। चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 41 बाइक, दो स्कूटी और बाइक के पार्ट्स बरामद किये हैं। चारों आरोपी बाइक चोरी करने के बाद खाली मैदान में रखते थे। वहां नंबर प्लेट बदलकर काफी दिन चलाने के बाद उसे सस्ते दाम पर बेच देते थे। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी हासिल कर रही है।

डीसीपी उत्तरी गोपाल कृष्ण चौधरी के मुताबिक पकड़े गये आरोपियों में हरदोई के अरवल निवासी सत्यम शुक्ला, कासिमपुर का आमिर, संडीला का इमरान और उन्नाव अजगैन का अनस खान शामिल है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अलग-अलग इलाकों से बाइक चोरी कर दूसरे जिले में बेच देते थे। 

इन गाड़ियों को वह ट्रकों पर रखवाकर भेजते थे। गिरोह का सरगना बाइक मैकेनिक है। उसके इशारे पर लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। चोरी के वाहनों की सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, बाराबंकी समेत अन्य जिलों में 15 से 20 हजार में बिक्री होती है।

प्रॉपर्टी डीलर, मैकेनिक और कबाड़ी शामिल

डीसीपी उत्तरी गोपाल कृष्ण चौधरी के मुताबिक गिरोह में बाइक मैकेनिक के अलावा प्रॉपर्टी डीलर और कबाड़ी भी शामिल हैं। गिरोह एसआर प्रिटिंग प्रेस के पीछे खाली मैदान में तिरपाल ढक कर कई वाहन खड़े थे। पुलिस ने वहां दबिश दी। मौके से फ्लैक्स कारीगर सत्यम शुक्ल को पकड़ा। इसके बाद बाइक मैकेनिक अनस खान, प्रापर्टी डीलर आमिर और कबाड़ी इमरान को गिरफ्तार किया। 

आरोपियों ने बरामद बाइक व स्कूटी मड़ियांव, गोमतीनगर, अलीगंज, ठाकुरगंज और दुबग्गा से चोरी हुई थी। आरोपितों ने लखनऊ में एक मकान किराए पर लिया था। चोरी को अंजाम देने के बाद एसआर प्रिटिंग प्रेस के पीछे खाली मैदान में बाइकों को छिपा कर गिरोह के सदस्य शहर छोड़ कर चले जाते है।

मैकेनिक बताता था चोरी का तरीका

इंस्पेक्टर मड़ियांव शिवानंद मिश्रा के मुताबिक वाहन चोरी का तरीका बाइक मैकेनिक अनस खान ने साथियों को सिखाया था। आरोपितों के पास मास्टर की है। जिसका इस्तेमाल बाइक का लॉक खोलने के लिए गिरोह के सदस्य करते हैं। पूछताछ में अनस ने बताया कि चोरी करने के साथ ही वाहन की नम्बर प्लेट बदल दी जाती है। प्रिटिंग प्रेस के पास खाली मैदान में खड़े वाहनों को दूसरे शहरों में बेचा जाता है। 

अनस के मुताबिक चोरी की बाइक का सौदा 15 से 20 हजार के बीच होता है। जिन वाहनों का सौदा नहीं हो पाता। उसे गिरोह में शामिल कबाड़ी इमरान कटवाता है। जिसके बाद वाहनों के पार्ट्स टुकड़ों में बेचते हैं। पुलिस को आरोपितों के पास से आठ चाभियां और एक कार भी मिली है। पूछताछ में अनस ने बताया कि कार का इस्तेमाल चोरी के लिए किया जाता है। पुलिस का दावा है कि इस गिरोह ने राजधानी के मड़ियांव, दुबग्गा, गुडंबा, गोमतीनगर, अलीगंज, ठाकुरगंज से 23 गाड़ियां चोरी की थी। इन सभी वारदात का खुलासा किया गया।

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