कानपुर में अटल घाट पर बाइक रपटने से लोहे की रेलिंग से टकराकर मैकेनिकल इंजीनियर की मौत; एकलौते बेटे की मौत के बाद पिता बोले- डिवाइडर होना चाहिए...

कानपुर, अमृत विचार। अटल घाट पर बाइक रपटने से लोहे की रेलिंग से टकराकर मैकेनिकल इंजीनियर के सिर पर गंभीर चोटें आईं। इलाज के दौरान हैलट में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि घाट के सामने मोड़ हादसों के लिहाज से खतरनाक है।
एकलौते बेटे की मौत दुखी पिता ने कहा कि वहां डिवाइडर होना चाहिए। जिससे किसी की जान न जाए। वहीं सचेंडी में घायल की इलाज के दौरान जान चली गई।
सीसामऊ बजरिया निवासी वीरपाल यादव ने बताया कि उनका 28 वर्षीय एकलौता बेटा सौरभ कुमार मैकेनिकल इंजीनियर था और वह दिल्ली में नौकरी करता था। ओएफसी कर्मी पिता ने बताया कि 31 जनवरी को बेटा बाइक से गंगा बैराज गया था। वहां अटलघाट के सामने मोड़ पर उसकी बाइक अचानक रपट गई। जिससे वह सड़क किनारे रेलिंग से टकरा गया।
सिर पर गंभीर चोटें आने से उसे हैलट फिर रीजेंसी ले गए। इधर कई दिन से फिर हैलट में इलाज चल रहा था। शनिवार रात उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। एकलौते बेटे की मौत से मां संध्या व दो बहने अर्चना व स्वाती रो-रोकर बेसुध हैं। पिता ने कहा कि अटलघाट के सामने मोड़ पर डिवाइडर बनाना चाहिए। जिससे हादसे न हो।
वहीं सचेंडी के ठाकुर का पुरवा निवासी मनोज सिंह का 23 वर्षीय बेटा आदित्य 30 जनवरी को किसी से बाइक से घर से निकला था। सचेंडी से सोना के बीच वह सड़क हादसे में घायल हो गया। उसके चाचा यदुनाथ ने बताया कि हैलट में इलाज के दौरान शनिवार रात उसकी मौत हो गई।