लखीमपुर खीरी: घर के अंदर ही मिला दो दिन से लापता युवक का शव, हत्या का आरोप
उचौलिया, अमृत विचार। थाना क्षेत्र के ग्राम डुड़ौलिया में दो दिन से लापता युवक देवेन्द्र सिंह (30) का संदिग्ध अवस्था में शव घर के कमरे में पाया गया। पिता ने हत्या का आरोप लगाया है। उसके सिर में धारदार हथियार के चोट के निशान थे। देवेंद्र हरदोई जिले के संडीला स्थित प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करता था और बीते मंगलवार को वह गांव आया था।
मृतक के पिता अशोक सिंह ने बताया कि उसका बेटा देवेंद्र गांव में उससे अलग दूसरे घर में रहता था। उसके घर का निकास पूरब की ओर है। संडीला स्थित प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करने के कारण वह दो साल से हरदोई जिले के थाना बघौली के ग्राम लोधी में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। बीते मंगलवार को वह खेत में सिंचाई करने के लिए गांव आया था। उसने मंगल और बुध को अपनी मां से खाना लिया, लेकिन गुरुवार को उसकी कोई खबर नहीं लगी। शुक्रवार को उसकी मां सुमन ने अपनी पुत्रवधू रेखा से फोन कर देवेन्द्र के बारे में पूछा तो पता चला कि देवेन्द्र वहां गया ही नहीं था। उसकी पत्नी अपने पिता के साथ गांव आई तो देखा कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। शुक्रवार की शाम को थाने पर सूचना दी गई, लेकिन उचौलिया पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। डायल 112 को सूचना दी गई उसने शनिवार की सुबह ताला तुड़वाया तो कमरे में देवेन्द्र मृत अवस्था में मिला। उसके सिर पर चोट के निशान थे।
शनिवार को उचौलिया पुलिस पहुंची और विधिक कार्रवाई में जुटी। मौके पर फॉरेंसिक टीम ने आकर जांच की है। गोला के सीओ दृगवेन्द्र गौतम ने आकर निरीक्षण किया और पूछताछ की। पिता अशोक सिंह ने अज्ञात लोगों पर देवेन्द्र की हत्या करने का आरोप लगाया है। उसकी तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रभारी निरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। मौत की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही पता चल सकेगी।
पुलिस का लापरवाह रवैया हुआ उजागर
उचौलिया पुलिस का एक बार फिर लापरवाह रवैया सामने आया है। शुक्रवार को ही देवेन्द्र की पत्नी ने थाने पर जाकर पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस ने रात है, कहकर टाल दिया। उसने मौके पर जाने की भी जरूरत नहीं समझी। इससे लोगों में काफी रोष है। मृतक की मां सुमन का दुख, पत्नी रेखा का विलाप और मासूम बच्चों अंश और सृष्टि का मायूस चेहरा बहुत कुछ कह रहा था। पिता अशोक ने बताया कि उसका बेटा शराब पीने का आदी था, इसलिए उसे अलग किया गया था। दो बेटों में एक बेटे की मौत कुछ वर्ष पहले हो चुकी है।
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
सीओ गवेंद्र पाल गौतम की सूचना पर फील्ड यूनिट की टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीम में शामिल फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने घटनास्थल से वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। इस दौरान लोगों की काफी भीड़ जुटी रही। टीम ने घटनास्थल की के फोटो भी लिए और वीडियो ग्राफी की। प्रभारी सीओ गवेन्द्र पाल गौतम ने बताया कि घटना के सम्बंध में सभी साक्ष्यों को जुटाने के साथ ही कई पहलुओं पर पड़ताल की जाएगी। टीमों को जल्द पर्दाफाश के लिए लगाया गया है।
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