बरेली: राजीव राना ने 14 लोगों पर कराई फर्जी बैनामे की रिपोर्ट, प्लॉट पर फिर विवाद

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Published By Vikas Babu
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बरेली, अमृत विचार। पीलीभीत बाईपास पर करोड़ों कीमत के जिस प्लॉट को कब्जाने के लिए दिनदहाड़े दो घंटे तक बीच सड़क गोलियां चली थीं, उस पर कब्जे का विवाद कानूनी दांवपेच की शक्ल में फिर जिंदा होने लगा है। बिल्डर राजीव राना ने अब कोर्ट के आदेश के जरिए दूसरे पक्ष के आदित्य उपाध्याय, अभिराज उपाध्याय और आकाश समेत 14 लोगों के खिलाफ थाना बारादरी में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप फर्जी बैनामों के जरिए जमीन पर कब्जा करने का है।

राजीव राना के मुताबिक उन्होंने विष्णुधाम कॉलोनी में 859.12 वर्गगज का प्लॉट खरीदा था जो बीडीए से स्वीकृत है। करीब 50 साल पहले यह जमीन नथिया नाम की महिला के नाम थी जिसे उसने 1973 में अपने बेटे कढ़े के नाबालिग रहते गुरसरन माथुर को बेच दिया था। गुरसरन की मृत्यु के बाद उनके वारिस विमल माथुर, शशिप्रभा माथुर, गौरव माथुर ने 1986 में यह प्लॉट गंगापुर निवासी डॉ. ओमपाल शर्मा को बेच दिया तभी से उस पर ओमपाल का कब्जा है।

कढे़ के नाम कोई जमीन शेष नहीं बची थी फिर भी उसने प्लॉट का फर्जी बैनामा जोगी नवादा के मुन्नालाल के नाम कर दिया। इसके बाद इसी प्लॉट का फर्जी बैनामा फाल्तूनगंज के राजेश कुमार और तुलापुर के सोमपाल को कर दिया। तीसरी बार कढ़े ने फिर वीएस गंगवार, आनंद राठौर, मंसूर आलम के नाम बैनामा किया। राजेश कुमार ने भी प्लॉट का एक बैनामा 25 जुलाई 2022 को आदित्य उपाध्याय और इसी दिन दूसरा अभिराज उपाध्याय के नाम किया।

कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आदित्य, अभिराज, आकाश, मन्नू शर्मा, राजेश कुमार, देव राना, अनुज मिश्रा, रोहित शर्मा, शुभ अजमेरा, रोशनलाल, हरिशंकर, मान सिंह, सूरज और अनुज सक्सेना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

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