गृह मंत्रालय में तैनात सॉफ्टवेयर डेवलेपर की Kanpur में हादसे में मौत; ऑफिस के आठ कर्मियों के साथ जा रहे थे Mahakumbh
पूरी रात पत्नी से हुई बात, सुबह साढ़े छह बजे हादसे के बाद पुलिस ने परिजनों को दी सूचना
कानपुर, अमृत विचार। दिल्ली से अपने साथी कर्मियों के साथ बाइक से प्रयागराज कुंभ जा रहे गृह मंत्रालय राज भाषा कॉंस्टेंट डेस्क पर सॉफ्टवेयर डेवलेपर की हादसे में मौत हो गई। अज्ञात वाहन ने सचेंडी थानाक्षेत्र के भौंती हाईवे पर टक्कर मार दी। जिससे उनकी मौके पर ही जान चली गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचना दी, तो चीखपुकार मच गई।
पिता का आरोप है, कि उसके साथ अन्य आठ लोग कहां गए जिन्होंने दूसरे दिन शाम तक भी उन लोगों से संपर्क करने की कोशिश नहीं की। उन्होंने उन कर्मियों पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है।
आरोप है, कि हो सकता है, कि उन लोगों के सामने हादसा हुआ हो और पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए बेटे को वहीं छोड़कर भाग निकले हों। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
मूलरूप से बिहार बक्सर के रहने वाले छथू प्रसाद 35 वर्षों से प्रयागराज के कोराव में रह रहे हैं। वह प्रयागराज में जन अधिकार पार्टी के जिला संगठन मंत्री के साथ सम्राट अशोक संघ कोराव के संरक्षक हैं। परिवार में पत्नी रुक्मिणी देवी के साथ दो बेटे 32 वर्षीय कृष्ण मुरारी सिंह व बलवीर सिंह हैं। पिता ने बताया कि कृष्ण मुरारी की शादी 10 मार्च 2022 को बबीता के साथ हुआ था। जिससे उनको डेढ़ वर्षीय बेटी आनवी है।
पिता के अनुसार कृष्ण मुरारी दिल्ली गृह मंत्रालय राज भाषा कॉंस्टेंट डेस्क पर सॉफ्टवेयर डेवलेपर के पद पर अनुबंध आधार पर कार्यरत था। वहीं छोटा बलवीर यूनाईटेड किंगडम में डॉक्टरेट साइंटिस्ट हैं। बताया कि बेटा कृष्ण मुरारी अपने ऑफिस के काम करने वाले नौ साथियों के साथ अलग-अलग बाइक से राष्ट्रीय राजमार्ग होते हुए प्रयागराज कुंभ जा रहे थे।
बताया कि बहू बबीता को मंगलवार रात 10.52 पर उसने मथुरा की जानकारी दी। इसके बाद रात 2.20 पर फिरोजाबाद पहुंचना बताया। वहीं बुधवार तड़के करीब 4.30 बजे कृष्ण ने कानपुर टोल प्लाजा पार करने के बाद चाकघाट रोड पर पहुंचने की बात कही। बताया कि उन लोगों का अपना पारिवारिक बौद्धचार्य निवास व्हाट्सएप ग्रुप है, इसमें सुबह तक बातचीत होती रही। इसके बाद उसकी कोई कॉल नहीं आई। पिता के अनुसार बुधवार सुबह करीब साढ़े छह बजे कानपुर पुलिस ने भौंती फ्लाईओवर के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से बेटे की मौत की सूचना दी। इस पर घर में चीखपुकार मच गई।
कृष्ण की मां व पत्नी दहाड़ मार मारकर रोने बिलखने लगीं। पिता ने बताया कि वह लोग तुरंत कानपुर के लिए निकल लिए। इस संबंध में सचेंडी इंस्पेक्टर दिनेश सिंह बिष्ट के अनुसार अज्ञात वाहन की टक्कर से मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत हो गई है, वह अकेले था। अगर परिजन कोई तहरीर देते हैं, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
साथी कहां चले गए कोई फोन क्यों नहीं आया
पिता छथू प्रसाद ने बताया कि बेटे कृष्ण ने ऑफिस से निकलने से पहले बताया था कि वह नौ लोग कुंभ जा रहे हैं। वह सब अलग-अलग बाइक से हैं। इस पर पिता ने आरोप लगाया कि आखिर वह सब साथी कहां चले गए। आठ लोगों में से किसी एक ने भी कृष्ण को फोन कर जानकारी नहीं की। आरोप लगाया कि उन्हें पूरा शक है, कि जब सब साथ में तो उन्होंने परिवार को सूचना क्यों नहीं दी।
अंदेशा जताया कि उन लोगों के सामने ही हादसा हुआ होगा जिसके बाद विवाद में बचने के लिए उसे छोड़कर आगे बढ़ गए होंगे। इस पर सचेंडी पुलिस का साफ कहना है, कि हादसे के आसपास की सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं। जो भी पिता आरोप लगा रहे हैं, उसकी जांच की जा रही है। इस संबंध में कृष्ण मुरारी की अस्टिटेंट निदेशक भावना सक्सेना ने बताया कि कुंभ जाने के लिए कृष्ण ने छुट्टी ली थी। उन्होंने ट्रेन से जाने के लिए कहा था लेकिन इतनी दूरी बाइक से कैसे की इसकी जानकारी नहीं है।
