बरेली: सिपाही ने पत्नी की हत्या के लिए भाड़े पर खरीदे 2 सुपारी किलर, पुलिस बोली- मानवता के खिलाफ है ये कांड
बरेली, अमृत विचार: उत्तर प्रदेश प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (PAC)की आठवीं बटालियन अपने एक सिपाही की करतूत से सन्न रह गई। अवैध संबंधों में फंसे पीएसी के जवान रवि कुमार ने एक खतरनाक प्लान बनाकर अपनी पत्नी मीनू उर्फ मीना को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने दो भाड़े के हत्यारोपी (Supari Killers) के साथ पीएसी जवान को गिरफ्तार करके, मीनू हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। खुलासे में जो तथ्य सामने आए हैं, उन्हें जानकर पीएसी की स्थानीय बटालियन ही नहीं बल्कि पुलिस की जांच टीम भी दंग रह गई।
मीनू हत्याकांड की जांच में सामने आया कि रवि कुमार के किसी दूसरी महिला से अवैध संबंध थे। वह उससे शादी करना चाहता था। इसलिए उसने अपनी पत्नी मीनू की हत्या की सुपारी मोहनपुर ठिरिया के डेंटिंग-पेंटिंग कारीगर शानू को दे दी। शानू ने मीनू की हत्या के प्लान में जतिन को शामिल कर लिया।
हत्या कैसे की जाए? प्लान पर चर्चा हुई। तय हुआ कि जहर देकर मारा जाए, क्योंकि गोली-चाकू से कत्ल करने पर फंसने की संभावना ज्यादा रहेगी। जतिन जोकि नर्सिंग असिस्टेंट है, उसने पूरा प्लान समझाया कि जहर कैसे दिया जाएगा और इससे कैसे वह तीनों साफ बच सकते हैं? जहर देकर कत्ल के बाद इसे लूट की घटना दिखा देंगे।
प्लान के मुताबिक, 22 फरवरी को रवि कुमार अपनी पत्नी मीनू को पीएसी परिसर से फरीदपुर, दवाई दिलाने के लिए लेकर निकला। रास्ते में जतिन और शानू मिल गए। उन्होंने रवि को हाथ देकर रोक लिया। प्लॉट देखने जाने की बात कहकर गाड़ी में बैठ गए। जतिन के पास 65 एमएल जहर था, जिसे उसने सिरिंज में भर रखा था।
बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में गाड़ी कुछ दूर चलने पर इनका प्लान एक्टिव हो गया। शानू ने मीनू के हाथ पकड़ लिए और जतिन ने जहर से भरा इंजेक्शन लगा दिया। एक के बाद एक सात इंजेक्शन लगाए। चंद मिनटों में मीनू पर जहर का असर चढ़ने लगा तो दोनों गाड़ी से उतरकर फरार हो गए। उधर, रवि कुमार ने लूटपाट की घटना जताने के लिए अपने सहयोगी संजय सैनी को फोन किया। बताया कि तीन-चार लोगों ने उनके साथ लूट की है।
संजय सैनी ने पीएसी के अधिकारियों को सूचना दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जहां मीनू गाड़ी में बेसुध मिली, जबकि रवि कुमार लिप्टिस के एक बाग में पड़ा था। पुलिस दोनों को अस्पताल ले गई। तब तक मीनू की मौत हो चुकी थी।
कैसे खुला हत्या का राज
रवि कुमार मूलरूप से रामपुर जनपद के मिल्क थाना क्षेत्र के गांव सियारी गांव का रहने वाला है। वर्ष 2015 में उसकी शादी रामपुर के शहजादनगर थाना क्षेत्र के बकनौरी निवासी जगदीश की बेटी मीनू के साथ हुई। तीन साल बाद रवि को पीएसी में नौकरी मिल गई। नौकरी से पहले रवि फार्मासिस्ट था। बेटी की मौत की जो कहानी रवि ने गढ़ी थी, जगदीश को उस पर शक था, क्योंकि वह पहले भी मीनू के साथ लगातार मारपीट करता था।
जगदीश ने रवि के खिलाफ बेटी की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस जोकि घटनास्थल का मुआयना करने के बाद रवि के नाटक को भांप चुकी थी-उसने सीडीआर निकलवाई। एक नंबर पर लगातार बातचीत करने के बारे में जब उससे पूछताछ की गई तो रवि अपने अवैध संबंधों की हकीकत बयान करने लगा और पुलिस पूर केस की तह तक पहुंचती गई।
मीनू पर भूत-प्रेत का साया बताया करता था रवि
रवि और मीनू की तीन बेटियां हैं। बच्चियों ने भी बताया कि पापा, मम्मी के साथ मारपीट करते थे। पुलिस के मुताबिक, रवि कुमार ने मीनू को लेकर ये अफवाह फैला रखी थी कि उस पर भूत-प्रेत का साया है। वह बीमार भी होती तब भी उसे डॉक्टर को दिखाने के बजाय तंत्र-मंत्र कराता था। एक तरह से पागल बनाकर मार डालने की कोशिश में लगा था।
मानवता के खिलाफ है ये कांड
एसपी देहात उत्तरी, मुकेश मिश्रा ने कहा कि यह घटना मानवता के खिलाफ है। इसलिए इस केस में जल्द से जल्द सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रवि कुमार ने पत्नी की हत्या की जो साजिश रची थी, घटना के पहले दिन ही पुलिस को उस पर संदेह हो गया था। डॉक्टर, परिजन और हत्यारोपी से बातचीत के बाद केस की सारी कड़ियां जुड़ती गईं और इसमें शामिल तीनों आरोपी पकड़े गए हैं। इन्हें न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।
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