गौ आश्रय केंद्र में मवेशियों की मौत पर प्रशासन सख्त : ग्राम प्रधान व सचिव समेत 6 पर एफआईआर
Gonda, Amrit Vichar: गौ आश्रय केंद्रो में लापरवाही के चलते हुई 11 मवेशियों की मौत पर प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर बेलसर के एडीओ पंचायत ने ग्राम पंचायत पकवान गांव व ताराडीह के ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव समेत 6 लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत उमरीेबेगमगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बीते 8 जनवरी को बेलसर के ग्राम पंचायत पकवान गांव व ताराडीह में बने गौ आश्रय केंद्रों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में दोनों गौ आश्रय स्थलो में संरक्षित गौवंशो के देखभाल मे अनियमितता व अव्यवस्था की गंभीर लापरवाही की पुष्टि हुई थी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अपने रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी थी। रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया कि संरक्षित गौ वंशों की देखभाल के लिए प्रति गोवंश 50 रुपये की दर से भुगतान होने के बावजूद आश्रय स्थल मे भूसा, चारा एंव स्वच्छ पेयजल की अभाव पाया गया।
इसके चलते 11 गोवंशों की जान चली गयी। मृतक गोवंशों के शव के निस्तारण में भी लापरवाही बरती गयी जबकि इनकी देखभाल के लिए तैनात केयर टेकर को भी प्रतिदिन 237 रुपये की दर से भुगतान मिलता है। इस रिपोर्ट का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी ने बेलसर के खंड विकास अधिकारी को दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए थे। डीएम के निर्देश पर शुक्रवार को एडीओ पंचायत बेलसर रवि मिश्रा ने पकवान गांव के ग्राम प्रधान हरि प्रसाद, पंचायत सचिव विमलेश कुमार व केयर टेकर तथा ताराडीह गांव के प्रधान भागीरथ, सचिव श्याम सुंदर व आश्रय केंद्र के केयर टेकर के खिलाफ उमरीबेगमगंज थाने में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी है।
यह भी पढ़ें- Pakistan blast : नौशेरा में आत्मघाती विस्फोट में हक्कानी मदरसे के मौलाना सहित सात लोगों की मौत , कई घायल
