Kanpur: शिव-पार्वती के अलौकिक श्रृंगार के बाद हुआ प्रीतिभोज, शहर भर से भक्तों ने लिया बाबा का आशीर्वाद  

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। बाबा आनंदेश्वर धाम मंदिर रविवार को प्रभु शिव-पार्वती के प्रीतिभोज पर भव्य सजाया गया। बाबा का अलौकिक श्रृंगार किया गया, जो देखते ही बना। पूरे शहर को बाबा के प्रीतिभोज का आशीर्वाद मिला और सुबह से शाम तक मंदिर में भक्तों का तांता नहीं टूटा।

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परमट स्थित आनंदेश्वर महादेव मंदिर में प्रति भोज (महाभंडारा) का शुभारंभ रविवार सुबह अखंड रामायण पाठ से हुआ। जिसमें 11 आचार्यों ने रामचरित मानस के श्लोक का वाचन करते हुए भक्तों को आध्यात्म का सुख दिया। सुबह मंगला आरती से भंडारे का महाप्रसादी वितरण शुरू हुआ और भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर शिव की विधिवत पूजा-अर्चना की।

भोलेनाथ से मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना की। प्रसाद ग्रहण करने के लिए देर शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रही। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज व नारायण गिरी महाराज इस आयोजन के लिए लगातार निर्देश देते रहे। आयोजन में जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय मंत्री दीपेश्वर गिरी महाराज, मीडिया प्रभारी अंश कुमार, आशुतोष कुमार, अजय पुजारी, संजय पुजारी, अमन, आदित्य, मनीष आदि का सहयोग रहा। वहीं मंदिर के मुख्य द्वार पर नंदी महाराज की प्रतिमा स्थापित की गई। मंदिर परिसर व गंगा तट पर फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया था। मां पार्वती व भोलेनाथ की मनमोहक प्रतिमाएं स्थापित की गई। 

महाभंडारे में लजीज व्यंजनों का लुत्फ

जूना अखाड़ा के गुरुमूर्ति अरुण भारती महाराज, विवेक पुरी महाराज, अटरीवंत महाराज, अवधेशानंद महाराज ने भक्तों का स्वागत अभिनंदन करते हुए महाप्रसादी का वितरण खुद किया। करीब एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने शुद्ध देसी घी से निर्मित मटर-पनीर, राजमा, मिक्स वेज, छोले, चावल व हलुवा का महाप्रसाद ग्रहण किया। 

गंगा तट पर हुई भजन संध्या 

दिनभर चले भंडारे के बाद शाम को गंगा तट पर देर शाम भजन संध्या का आयोजन हुआ। भोले बाबा की शादी है, हम तो नाचेंगे आदि गीतों पर भक्त जमकर झूमें और गंगा तट पर दीपदान किया गया। जयकारों के बीच पुष्पवर्षा भी की गई।

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