लखनऊः घर-घर लगेंगे QR Code, स्कैन करके उठेगा कूड़ा, लॉन्ज हुआ नया एप
पंचायती राज विभाग का आरआरसी मोबाइल सर्वेक्षण एप
प्रशांत सक्सेना, लखनऊ, अमृत विचार: स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में घर, प्रतिष्ठान व सरकारी परिसरों में क्यूआर कोड लगेंगे। इसे मौके पर आए कर्मचारी कूड़ा उठाने के बाद मोबाइल से स्कैन करेंगे। इससे कूड़ा उठान और उनकी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी। इस हाईटेक व्यवस्था के लिए पंचायती राज विभाग का आरआरसी मोबाइल सर्वेक्षण एप लांच किया है। इससे स्वच्छता के कार्य, उनकी प्रगति व उपयोग को ट्रैक किया जाएगा।
इस एप का परीक्षण एक माह पहले लखनऊ के गोसाईंगंज ब्लॉक की ग्राम पंचायत बक्कास में 20 घरों से कूड़ा उठान करके किया गया था। होली बाद प्रदेश की 57,691 ग्राम पंचायत में इसे लागू किया जाएगा। एप में नियमित गीला व सूखा कूड़ा उठान की ऑनलाइन रिपोर्ट फीड होगी। कर्मचारियों की उपस्थिति पता चलेगी कि उनके द्वारा कितने घर व प्रतिष्ठानों से कूड़ा उठाया गया और किन जगहों पर वह नहीं गए। एप से यह भी पता चलेगा कि घर व प्रतिष्ठानों से उठाया गया कूड़ा निस्तारण के लिए पंचायतों पर बने आरआरसी सेंटर में कब और किस समय भेजा गया। इसके अलावा एप पर डंप और निस्तारित गीला व सूखा कूड़ा की अलग-अलग फोटो समेत प्रतिदिन रिपोर्ट भरी जाएगी। प्रदेश स्तरीय इस कार्य की मॉनीटरिंग पंचायत राज मुख्यालय व जिलों पर डीपीआरओ करेंगे।
पंचायत सहायक फीड करेंगे विवरण, होगी जियो टैगिंग
एप का लॉगिन यूजर पंचायत सहायक होगा। वह कूड़ा उठाने वाले घर, प्रतिष्ठान, स्कूल समेत सभी निजी व सरकारी भवनों का नाम समेत विवरण एप पर फीड करेगा। एप से परिवार, दुकानें, व्यवसायिक गतिविधियां, विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, सीएचसी, पीएचसी, आरआरसी सेंटर, कूड़ा उठान के वाहन, इंचार्ज, वाहन चालक जीओ टैग करके जोड़ा जाएगा। इसी डेटाबेस पर क्यूआर कोड बनाकर दीवारों पर चस्पा करेंगे।
ग्रामीण इलाकों में साफ-सफाई व कूड़ा उठान की माॅनीटरिंग करने की व्यवस्था नहीं थी। अब ये एप से की जाएगी। इससे नियमित होने वाले कार्यों की जानकारी होगी और पारदर्शिता आएगी। होली बाद यह व्यवस्था शुरू करेंगे।
राज कुमार, मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) उप्र
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