शीतकाल में उत्तराखंड आएं, यहां असली आनंद मिलेगा: प्रधानमंत्री मोदी

शीतकाल में उत्तराखंड आएं, यहां असली आनंद मिलेगा: प्रधानमंत्री मोदी

अमित शर्मा, देहरादून

अमृत विचार: अपने एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को उत्तरकाशी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुखवा गांव में मां गंगा के शीतकालीन गद़्दी स्थल पर पूजा-अर्चना कर देशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की। प्रधानमंत्री ने विधि-विधान से मां गंगा की पूजा कर भोग भी चढ़ाया। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने रांसों नृत्य से प्रधानमंत्री का स्वागत किया। 

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मुखवा गांव से ही भव्य हिमालय के दर्शन किए। प्रधानमंत्री काफी देर तक व्यू प्वाइंट से बर्फ से लकदक चोटियों के साथ ही हर्षिल घाटी से बहती भागीरथी नदी की सुंदरता को निहारते रहे। इसके बाद वे सड़क मार्ग से हर्षिल कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में उत्तराखंड के प्रमुख शीतकालीन पयर्टन स्थलों को दर्शाया गया था। इसके बाद उन्होंने ट्रैकिंग एवं बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बता दें कि मुखीमठ (मुखवा) को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने और प्रदेश की सांस्कृतिक व धार्मिक विरासत को सशक्त बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर हर्षिल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, उत्तराखंड में कोई 'ऑफ सीजन' नहीं होना चाहिए। शीतकालीन पर्यटन से राज्य की अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने देश-दुनिया के लोगों से सर्दियों में उत्तराखंड आने की अपील करते हुए कहा कि जब देश के बाकी हिस्से में कोहरा छाया रहता है, तब उत्तराखंड सूरज की रोशनी से नहाया होता है। उन्होंने कहा कि, अगर पर्यटक सर्दियों में उत्तराखंड आएंगे तो उन्हें उत्तराखंड का असली आनंद मिलेगा। उत्तराखंड सरकार का साल भर पर्यटन का दृष्टिकोण जहां अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा। वहीं, युवाओं के लिए रोजगार पैदा करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि, हम यह नहीं भूले हैं कि 1962 में हुए भारत-चीन युद्ध के दौरान गांवों को खाली करा दिया गया था, उनके पुनर्वास के प्रयास किए जा रहे हैं। अपने उत्तराखंड आगमन से एक दिन पूर्व ही देवभूमि को दो-दो बड़ी रोपवे परियोजनाओं की सौगात देने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, इन रोपवे परियोजनाओं से केदारनाथ, हेमकुंड साहिब तक की यात्रा का समय घटकर 30 मिनट रह जाएगा। कहा कि, हम चाहते हैं कि सीमावर्ती क्षेत्रों को पर्यटन का लाभ मिले। उन्होंने पर्यटन के लिए समग्र दृष्टिकोण की जरूरत की बात भी कही।

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आर्थिक सुस्ती दूर करने के लिए बारहमासी पर्यटन पर जोर 

मुख्य संवाददाता, देहरादून

अमृत विचार: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्दियों की आर्थिक सुस्ती को दूर करने के लिए बारहमासी पर्यटन पर जोर दिया जिससे हर सीजन 'ऑन सीज़न' रहे। उत्तरकाशी के हर्षिल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, अपने पर्यटन क्षेत्र को विविधतापूर्ण बनाना और उसे बारहमासी बनाना उत्तराखंड के लिए बहुत जरूरी है। वह चाहते हैं कि उत्तराखंड में पर्यटन के लिहाज से कोई भी सीजन 'ऑफ़ सीजन' न हो और हर सीजन 'ऑन सीज़न' रहे । प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी पहाड़ों में मार्च, अप्रैल और जून में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं लेकिन उसके बाद इनकी संख्या कम हो जाती है। सर्दियों में होमस्टे और होटल खाली पड़े रहते हैं। यह असंतुलन उत्तराखंड में साल के एक बड़े हिस्से में आर्थिक सुस्ती ला देता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर सर्दियों में देश-विदेश के लोग प्रदेश में आएं तो उन्हें उत्तराखंड की वास्तविक आभा मिलेगी और ट्रेकिंग और स्कींइंग उन्हें रोमांचित कर देगा। धार्मिक यात्रा के लिए भी सर्दियां खास होती हैं। मुखबा में मां गंगा की पूजा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सर्दियों में यहां विशेष अनुष्ठान होते हैं। विवाह के लिए, बैठकों के लिए, फिल्मों की शूटिंग के लिए, धूप सेंकने के लिए, वन्यजीवों के दीदार के लिए उत्तराखंड से बढ़िया कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, 360 डिग्री अप्रोच के साथ आगे बढ़ना होगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने एक ट्रेक और एक बाइक रैली को भी झंडी दिखाकर रवाना किया।