Unnao: राष्ट्रीय लोक अदालत से 75,226 को कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने से मिला छुटकारा 

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Published By Nitesh Mishra
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उन्नाव, अमृत विचार। आपसी सुलह-समझौता के आधार पर मामलों के निपटारे के लिए शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित हुई। इसका उद्धघाटन जिला जज वाणी रंजन अग्रवाल ने एडीएम वित्त एवं राजस्व सुशील कुमार, एएसपी उत्तरी अखिलेश सिंह व न्यायिक अधिकारियों की मौजूदगी में किया। लोक अदालत में 75,226 गैर सजा वाले वाद निस्तारित हुए। जिससे लोगों को कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाने से छुटकारा मिल गया। 

राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ करते हुये जिला जज वाणी रंजन अग्रवाल ने अधिक से अधिक वाद सुलह-समझौते के आधार पर लोक अदालत में निस्तारित किये जाने का आह्वान किया। शनिवार को लोक अदालत में विभिन्न कोर्टों के न्यायिक अधिकारियों ने मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के 53 वादों का निस्तारण व मोटर दुर्घटना में 3,56,69,000 का प्रतिकर अवार्ड किया गया।

इसमें वैवाहिक वाद 119, बैंक रिकवरी के 928 वाद निस्तारित हुए। इसमें 104845000 धनराशि की अदायगी के लिये तय की गई। बीएसएनएल व फाइनेंस कंपनी के कुल 35 वाद में 1134981 धनराशि की अदायगी हेतु तय हुई। दीवानी के 28 वाद व आपराधिक शमनीय 4702 वादों में 283080 अर्थदंड वसूला गया।

इसके साथ राजस्व के 46415, परिवार न्यायालय द्वारा वैवाहिक प्रि-लिटिगेशन के 7 वाद व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उन्नाव द्वारा 5 वैवाहिक प्रि-लिटिगेशन वाद निस्तारण किये गये। अन्य कोर्ट के विद्युत से सम्बन्धित 21166 मामलों का निस्तारण हुआ। साथ ही अन्य लघु वाद का विशेष लोक अदालत में कुल 650 वाद निस्तारित हुए।

वैवाहिक वादों में से 35 जोड़ों ने आपसी सुलह-समझौते के आधार पर दोबारा साथ रहने को सहमत हुए। इस दौरान विभिन्न न्यायालयों के न्यायाधीश के अलावा बार एसोसिएशन अध्यक्ष गिरीश मिश्र, महामंत्री अनुज कुमार बाजपेयी व पूर्व बार अध्यक्ष सतीश शुक्ला आदि मौजूद रहे।

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