Bareilly: अफसरशाही सुस्त और नेता अंजान! विधायक निधि के 50 फीसदी फंसे काम
कुल 439 विकास कार्य हुए थे स्वीकृत, 217 अब तक शुरू नहीं करा पाए

बरेली, अमृत विचार। वित्तीय वर्ष खत्म होने जा रहा है लेकिन जिले में विधायक निधि से स्वीकृत हुए 50 फीसदी से ज्यादा विकास कार्य शुरू ही नहीं हो सके हैं। तमाम काम शुरू होने के बाद अब तक अधूरे पड़े हैं। फिर भी न अफसर इसकी चिंता कर रहे हैं, न खुद विधायक उनसे महीनों बाद भी काम शुरू न होने की वजह पूछने को तैयार हैं।
विधायकों को हर साल पांच करोड़ की निधि मिलती हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले के नौ विधायकों और चार एमएलसी को कुल मिलाकर 5451.019 लाख रुपये की धनराशि अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्य कराने के लिए दी गई है। विकास कार्यों के लिए अब तक 4011.152 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। इसमें से 2897.867 लाख की धनराशि अवमुक्त भी की जा चुकी है। डीआरडीए के आंकड़ों के अनुसार अवमुक्त की गई धनराशि में से अब तक आधे से भी कम 1275.172 लाख रुपये ही व्यय हो सके हैं। करीब 1439.867 लाख की धनराशि स्वीकृति के लिए अवशेष है।
डीआरडीए के पास अवमुक्त करने के लिए 1113.258 लाख रुपये की धनराशि है, जिसमें अभी 2553.152 की धनराशि बची हुई है। आंकड़ों के अनुसार कार्यदायी संस्थाओं के पास 1622.695 लाख की धनराशि अवशेष है। सभी नौ विधायकों और चार एमएलसी की ओर से कुल 439 विकास कार्य के लिए प्रस्ताव डीआरडीए को सौंपे गए थे। इन सभी प्रस्तावों को मंजूरी मिल चुकी है लेकिन वित्तीय वर्ष के आखिरी महीने तक सिर्फ 119 कार्य ही पूरे हो पाए हैं। बाकी 103 कार्य निर्माणाधीन हैं और 217 अभी शुरू ही नहीं हो सके हैं। इस वित्तीय वर्ष में अब इन कार्याें के शुरू होने की संभावना भी कम नजर आ रही है।
डॉ. अरुण और डॉ. राघवेंद्र ने दिए हैं सबसे ज्यादा प्रस्ताव
शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार और बिथरी विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा ने सर्वाधिक प्रस्ताव डीआरडीए को दिए हैं। डीआरडीए के रिकॉर्ड के मुताबिक बहेड़ी के सपा विधायक अताउर रहमान ने 24, भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम ने 46, मीरगंज से भाजपा विधायक डीसी वर्मा ने 20, नवाबगंज विधायक एमपी आर्या ने 30, फरीदपुर विधायक श्याम बिहारी ने 26, बिथरी चैनपुर विधायक राघवेंद्र शर्मा ने 61, शहर विधायक व मंत्री अरुण कुमार ने 77, कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने 39, आंवला विधायक व कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने 22, एमएलसी कुंवर महाराज सिंह ने 57, एमएलसी हरी सिंह ढिल्लो ने 1, एमएलसी रामगोपाल उर्फ गोपाल अंजान ने 2, एमएलसी बहोरन लाल मौर्य ने 34 कार्य के प्रस्ताव दिए थे।
कैंट विधायक के निर्वाचन क्षेत्र में सबसे तेज काम
वन मंत्री डॉ. अरुण ने सर्वाधिक 77 प्रस्ताव तो दिए हैं लेकिन उनके अभी 40 काम ही पूरे हो पाए हैं। कैंट विधायक संजीव अग्रवाल के 39 में 32 काम पूरे हो गए हैं। धर्मपाल सिंह के 22 में 6, राघवेंद्र शर्मा के 61 में 9, श्याम बिहारी के 26 में 4, एमपी आर्या के 30 में 21, शहजिल इस्लाम के 46 में 10, डीसी वर्मा के 20 में 1, अताउर के 24 में 2 कार्य पूरे हो गए हैं।