पीलीभीत में बाघ ने फिर एक पशु को बनाया अपना शिकार, ग्रामीणों में डर का माहौल

Amrit Vichar Network
Published By Preeti Kohli
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पूरनपुर, अमृत विचार: सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र में बाघ का आतंक कम नहीं हो रहा है। लगातार दूसरे दिन बाघ ने एक पशु को निवाला बना लिया। बाघ की दहशत के चलते गेहूं कटाई कार्य प्रभावित है। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है।

बता दें कि सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र में तीन महीने से बाघ की दहशत बनी हुई है। हरीपुर किशनपुर, पिपरा मुजप्ता, पटहिन, जगतपुर समेत एक दर्जन गांवों में बाघ की चहलकदमी देखी जा रही है। सूचना के बाद पहुंचने वाली वन विभाग की टीम सिर्फ निगरानी तक ही समिति है। निगरानी के बीच रविवार रात बाघ ने पिपरा मुजप्ता के पास एक पशु को अपना निवाला बना लिया था।

वहीं सोमवार रात बाघ ने पटिहन गांव के पास एक और निराश्रित पशु को निवाला बना लिया। घटना की जानकारी लगने के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। टीम ने मौके पर पहुंचकर पशु के शव को दफनाया।

गांव के पास बाघ के हमलावर होने से वन विभाग की टीम निगरानी के लिए लगाई गई है। इधर, बाघ के चलते ग्रामीण अपने खेतों पर गेंहू की कटाई को नहीं जा पा रहे हैं। उनकी मांग है कि बाघ को आबादी से बाहर किया जाए। 

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