बरेली: नगर निगम में निर्माण विभाग के कार्यों में कर दिया खेल, जेई ने बदली साइट योजना

बरेली, अमृत विचार: नगर निगम के निर्माण विभाग के कार्यों में बड़ा खेल चल रहा है। अब तक कई जगह निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी के मामले सामने आए थे लेकिन अब एक नए तरीके का खेल सामने आया है। वार्ड 80 में जिस जगह पर नाली और सड़क निर्माण कराने की कार्ययोजना बनाई गई थी,
वहां पर जेई ने निर्माण न कराकर दूसरी जगह करा दिया। लेखाधिकारी, मुख्य नगर लेखा परीक्षक की टीम ने अभिलेखों की जांच में खेल पकड़ने के बाद जेई को नोटिस जारी किया लेकिन उसने अब तक जवाब नहीं दिया है।
पुराने शहर के वार्ड-80 सूफी टोला में इकबाल के मकान से गली शहाबुद्दीन हसन अली, जावेद और डॉ. नजमुल हसन से गुड्डू भाई के मकान तक नाली, सीसी सड़क निर्माण कराने की कार्ययोजना बनाई गई और बजट आवंटित किया गया था।
इसी जगह के लिए टेंडर निकाला गया था मगर इंजीनियर ने बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के ही करीब 10 लाख रुपये के बजट से साइट प्लान से हटकर 207.84 वर्गमीटर सड़क का निर्माण करा दिया है। इस मामले की शिकायत नगर आयुक्त के पास पहुंची तो लेखाधिकारी और मुख्य नगर लेखा परीक्षक ने दस्तावेजों की जांच की तो खेल पकड़ा गया।
निर्माण विभाग के जेई अरुण कुमार ने मनमाने तरीके से स्थान का परिवर्तन कर दिया है। मामला प्रकाश में आने के बाद नगर आयुक्त ने सख्त कदम उठते हुए जेई को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब तलब किया है।
समय से जवाब भी नहीं दिया, जेई ने कहा कि पार्षद के कहने पर किया
नगर आयुक्त ने निर्माण विभाग से मामले में रिपोर्ट मांगी। अधिशासी अभियंता कार्यालय की रिपोर्ट में भी कार्य साइट प्लान से हटकर कराने की पुष्टि हो गई। इस पर नगर आयुक्त ने जेई अरुण कुमार को 6 मार्च को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया मगर एक सप्ताह बाद जेई ने नोटिस का जवाब दिया है।
इसमें जेई ने तर्क दिया है कि साइट प्लान से हटकर काम अपने मन से नहीं कराया है। कार्य दूसरी जगह कराने के लिए क्षेत्रीय पार्षद ने अनुरोध किया था।
नियमों की अनदेखी पर हो सकती है कार्रवाई
बिना समक्ष अधिकारी के साइट में बदलाव किया जाना गलत है। इसे विभाग वित्तीय अनियमितता मानता है। सरकार धन का मनमाने तरीके से दुरुपयोग होने पर विभाग बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
साइट प्लान बदलने पर जांच कराई गई थी। जेई को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई जाएगी- संजीव कुमार मौर्य, नगर आयुक्त
ये भी पढ़ें- मशहूर शायर प्रोफेसर वसीम बरेलवी को मिला भारत शिक्षा सम्मान