प्रयागराज: कड़े विरोध प्रदर्शन के बावजूद न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा का शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ संपन्न

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Published By Vishal Singh
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प्रयागराज, अमृत विचार। इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा ने शनिवार यानी 5 अप्रैल को शपथ ले ली।न्यायाधीशों के लिए आयोजित सामान्य सार्वजनिक शपथ ग्रहण समारोहों के विपरीत न्यायमूर्ति वर्मा ने अपने कक्ष में शपथ ग्रहण किया। गत 24 मार्च को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा की गई सिफारिशों के आधार पर केंद्र सरकार ने 28 मार्च को दिल्ली से इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायमूर्ति के प्रत्यावर्तन की अधिसूचना जारी की। 

हालांकि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम के फैसले का उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता संगठनों ने कड़ा विरोध किया, लेकिन केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति वर्मा के स्थानांतरण को मंजूरी दे दी।अधिवक्ता संगठनों के विरोध प्रदर्शन के कारण इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने फिलहाल न्यायमूर्ति वर्मा को कोई भी न्यायिक कार्य न सौंपने के लिए कहा है। 

बता दें कि 21 मार्च को न्यायमूर्ति वर्मा के खिलाफ उस समय विवाद खड़ा हो गया, जब उनके सरकारी बंगले के बाहरी हिस्से में स्थित एक गोदाम में आग लगने के बाद नकदी से भरी बोरियां मिलीं। इसके बाद 22 मार्च को मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने न्यायमूर्ति वर्मा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए आंतरिक प्रक्रिया के तहत  तीन सदस्यीय समिति गठित की, जो अभी भी चल रही है।

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