World Homeopathy Day; बालों को जड़ से मजबूती देने में सहायक है होम्योपैथी, इन वजह से कम होते बाल, ऐसे करें बचाव
राजकीय होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज के डॉ. आरके सिंह ने की रिसर्च
कानपुर, अमृत विचार। एक समय था जब लोगों के बाल उम्र बढ़ने के बाद सफेद होते थे या टूटते थे, लेकिन वर्तमान में युवावस्था में ही लोगों के बाल न सिर्फ सफेद हो रहे हैं, बल्कि कई युवा गंजेपन का भी शिकार हो रहे हैं। ऐसे में होम्योपैथ डॉ.आरके सिंह युवाओं में फिर से आत्मविश्वास जगाकर उनके न सिर्फ चेहरे, बल्कि जीवन को भी खूबसूरत बनाने का काम कर रहे हैं।
लोगों में होम्योपेथी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिवर्ष 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथ दिवस मनाया जाता है। लखनपुर स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में संचालित ओपीडी में प्रतिमाह एक हजार से अधिक लोग सिर्फ बालों की समस्या से ग्रस्त होकर डॉ.आरके सिंह के पास पहुंचते हैं।
जिनमे मुख्य रूप से गंजेपन, बालों का पतला होने, बालों के टूटने और सिर में सिक्के के आकार में बालों के झड़ने की समस्या से ग्रस्त लोग अधिक है। ऐसे में लोगों को बालों की समस्या से छुटकारा दिलाने और नए बाल जड़ से उगाने के संबंध में डॉ.आरके सिंह ने एक शोध किया है, जिसमें उन्होंने 200 मरीजों को शामिल किया था।
डॉ.आरके सिंह ने बताया कि यह शोध 2020 में शुरू किया गया था, जिसमे मरीजों को नैट्रम म्यूर दवा दी गई, जिसके परिणाम काफी सार्थक रहे। नियमित दवा का सेवन से 160 मरीजों के सिर में दोबारा से घने बाल उग गए, जबकि 40 मरीजों ने इलाज में लापरवाही की और वह दोबारा आए नहीं।
ऐसे काम करती है दवा
डॉ. आरके सिंह ने बताया कि यह दवा हार्मोनल उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने और बालों के प्राकृतिक विकास चक्र को बहाल करने में मदद करती है। अत्यधिक बालों के झड़ने को कम करती है और नए बालों के विकास को जड़ से बढ़ावा देती है। इसके साथ ही तनाव व चिंता को भी कम करती है, जिसके कारण बालों की ग्रोथ अच्छी तरह होती है। इस शोध को सीसीआरएच में पब्लिश के लिए भेजा जाएगा।
केस-1
कन्नौज निवासी नीतू सविता ने बताया कि गूगल में सर्च करने के बाद वह कॉलेज की ओपीडी में डॉ.आरके सिंह से मिलीं, यहां पर उनका नौ माह तक इलाज चला, जिसके बाद सिर में पहले की तरह बाल उग आए।
केस-2
आजाद नगर निवासी विपिन पटेल ने बताया कि सिर के बीच-बीच में बाल काफी गिर रहे थे, जिसकी वजह से सिक्के की तरह निशान पड़ गए थे, कॉलेज में डॉ.आरके सिंह से करीब चार माह इलाज कराया और समस्या दूर हुई।
इन वजह से कम होते बाल
- हार्मोनल बदलाव
- अधिक तनाव
- अनुवांशिक
- थायरॉइड
- पोषक तत्वों की कमी
- बालों में हेयर ड्रेसर लगाने
- बालों में डाई का उपयोग
ऐसे करें बचाव
- जीवनशैली में बदलाव जरूरी
- खानपान पर विशेष रूप से ध्यान दें
- तनाव पूर्ण जीवन जीने से बचें
- पौष्टिक तत्वों से भरपूर भोजन करें
- हेयर प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल न करें
- समय पर योग व व्यायाम जरूर करें।
