महाकुंभ की सबसे खूबसूरत साध्वी हर्षा रिछारिया पहुंची वृन्दावन, बोलीं -हिन्दू सनातनी युवा को जागृत करने के लिए शुरू होगी पदयात्रा 

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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अमृत विचार। महाकुंभ से वायरल हुई हर्षा रिछारिया एक बार फिर से सुर्खियों में हैं लेकिन इस बार वो प्रयागराज नहीं बल्कि यूपी के मथुरा पहुंची। हर्षा रिछारिया सनातनी पदयात्रा निकालने के लिए मथुरा के वृन्दावन पहुंची हैं। इस दौरान उन्होंने श्री बांके बिहारी मंदिर में पूजा अर्चना भी की।

बता दें कि हर्षा 14 अप्रैल से युवा सनातनी पदयात्रा निकलेगी। इसे वृन्दावन से शुरू होकर 21 अप्रैल को कल्कि धाम संभल में समाप्त होंगी। इससे युवा पीढ़ी को सनातनी विचारों से जोड़ना यात्रा का मुख्य उद्देशय बताया जा रहा है। हर्षा ने संत और धमर्गुरुओ के सानिध्य में शिवलिंग का महाभिषेक किया। 

महाकुंभ से चर्चा में आई वायरल गर्ल हर्षा रिछारिया कान्हा की नगरी वृन्दावन से संभल तक पदयात्रा करती दिखेगी। इससे पहले उन्होंने श्री बांके बिहारी का आशीर्वाद भी लिया। बता दें कि हर्षा 10 अप्रैल को ही वृन्दावन पहुंच गयी थी।

उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वें इस सनातानी युवा पदयात्रा का आवाहन करने जा रही हैं। जिसकी शुरुआत श्रीहरि की नगरी वृन्दावन से 14 अप्रैल को करने जा रही हैं। अलीगढ़ होते हुए यह यात्रा 175 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए संभल पहुंचेगी। 

उन्होंने आगे बताया कि 14 अप्रैल 2025 से शुरू होने जा रही हैं इस सनातनी युवा पदयात्रा का समापन 21 अप्रैल संभल में होगा। जहां पर भगवान विष्णु के दसवें अवतार कल्कि के अवतार होगा। चर्चा के दौरान उन्होंने इस 7 दिवसीय पदयात्रा का उद्देश्य युवा पीढ़ी को सनातन से जोड़ना बताया। उन्होंने कहा कि हमने काफी सोचने के बाद भगवान विष्णु के अवतार जहां होना है, वहां पर इस यात्रा को समाप्त करने का निर्णय लिया है। हर्षा ने बताया कि वह इस यात्रा बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से निकलना चाहती है और सनातनी युवाओं को जागरूक करना चाहती हैं। 

आपको बता दें कि 30 वर्षीय हर्षा महाकुंभ से वायरल हुई थी वह महाकुंभ की सबसे ख़ूबसूरत साध्वी के रूप में भी नवाजी जा चुकी हैं। वें निरंजनी अखाड़े की शिष्य हैं। इस समय हर्षा रिछारिया हरिद्वार में अकेले रहती हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के झांसी में हुआ है। लेकिन वह भोपाल में जाकर शिफ्ट हो गई और उनका परिवार भी भोपाल में ही रहता है। 

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