लखीमपुर खीरी: जिला अस्पताल में फर्जी डॉक्टर का भंडाफोड़...सीडीओ के निरीक्षण में खुला खेल
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। जिला अस्पताल में मरीजों को कमीशन वाली दवाएं लिखने का खेल बदस्तूर जारी है। न तो इस पर सीएमएस अंकुश लगा पा रहे हैं और न ही मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्य। इसका खुलासा सोमवार को ओपीडी में अचानक पहुंचे सीडीओ ने स्वयं किया। उन्होंने एक बाहरी युवक को मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर और सर्जन के कक्ष में मरीजों को बाहरी दवाएं लिखते रंगेहाथ धर दबोचा। सीडीओ ने युवक को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
उधर, मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. वाणी गुप्ता के निर्देश पर सीएमएस डॉ. आरके कोली ने तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।सोमवार की सुबह सीडीओ अभिषेक कुमार अचानक जिला अस्पताल पहुंच गए। सबसे पहले उन्होंने ओपीडी में जाकर मरीजों और उनके तीमारदारों से बात कर चिकित्सीय सुविधाओं की मालुमात की। इस दौरान बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के रूम नंबर छह में मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं सर्जन डॉ. शिव नाथ मौर्या मरीजों को देख रहे थे। सीडीओ ने उनके कक्ष में एक युवक को मरीजों को बाहर की दवाएं लिखता दिखाई दिया, जिस पर सीडीओ ने उसे पकड़कर जब जानकारी करनी शुरू की तो वह अस्पताल का कर्मचारी तक नहीं मिला।
वहीं, असिस्टेंट प्रोफेसर ने भी उसके बारे में अनिभिज्ञता जता दी। इस पर सीडीओ ने युवक को ओयल चौकी पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य के निर्देश पर सीएमएस डॉ. आरके कोली ने थाना खीरी पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उन्होंने सोमवार की सुबह अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) के रूम नंबर छह में मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं सर्जन डॉ. शिव नाथ मौर्या द्वारा मरीज देखे जा रहे थे। उनके पास एक संदिग्ध व्यक्ति दवाएं लिख रहा था, जिसने अपना नाम संदीप कुमार निवासी गांव गुलरीपुरवा मजरा परौरी थाना धौरहरा बताया। वह मरीजों को बाहर से दवाइयां लिख रहा था। सीएमएस की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
