रायबरेली : हत्यारोपी के पिता की आत्महत्या पर बवाल, शव रखकर प्रदर्शन

परिजनों और ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ किया प्रदर्शन, पुलिस के हस्ताक्षेप पर हुए शांत
रायबरेली: अतुल हत्याकांड में आरोपी बनाए गए बेटे को जेल भेजने से आहत पिता की आत्महत्या करने का मामला रविवार को तूल पकड़ लिया। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचने पर आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। सरेनी चौराहे पर शव रखकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान जिले के एक विधायक के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। बीच चौराहे पर प्रदर्शन चलने से लगभग तीन घंटे तक आवागमन बाधित रहा। पुलिस के काफी मानमनौव्वल और मुक़दमा लिखने का आश्वासन देने के बाद सभी लोग शांत हुए।
रविवार को हत्यारोपी करन प्रजापति के पिता धुनारी के आत्महत्या करने के बाद विरोध में सरेनी बाजार के सैकड़ों दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। परिजनों के साथ स्थानीय लोगोगों ने मृतक के शव को सरेनी बाजार के गौतम चौराहे पर रखकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना में जातिगत राजनीति की जा रही है। इसमें जिले के एक विधायक की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रामू सिंह ने कहा कि निर्दोषों को हत्यारोपी बनाया गया है। लोगों का कहना था कि अतुल तिवारी की हत्या में एक अन्य व्यक्ति जिम्मेदार है। धरना प्रदर्शन लगभग तीन घंटे तक चला।
पूर्व विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सीओ अनिल सिंह को मौके पर बुलाया। पूर्व विधायक ने कहा कि निर्दोष के खिलाफ कार्यवाही नहीं होगी। जांच कर दोषी को जेल भेजा जाएगा। सीओ लालगंज के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ। कोतवाल शिवकांत पांडे ने बताया मृतक की पत्नी श्यामादेवी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। अभी की स्थिति बिल्कुल सामान्य है। मुकदमा दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
किसान नेता ने शहीद स्थल पर दिया धरना
अतुल हत्याकांड में किसान नेता रमेश बहादुर सिंह ने सरेनी के शहीद स्थल पर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने प्रशासन को निष्पक्ष तरीके से जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। कहा कि किसी कीमत पर निर्देाष को परेशान नहीं करना चाहिए। इस मौके पर चंद्रचूड़ामणि आदि मौजूद रहे।