Kanpur: अब बुढ़ापे में भी पा सकेंगे जवानी जैसे मजबूत दांत, जबड़े की हड्डियों में इंप्लांट डालकर बनाए जाएंगे कृत्रिम दांत

Kanpur: अब बुढ़ापे में भी पा सकेंगे जवानी जैसे मजबूत दांत, जबड़े की हड्डियों में इंप्लांट डालकर बनाए जाएंगे कृत्रिम दांत

कानपुर, अमृत विचार। अच्छा दिखना है तो अच्छे दांत भी जरूरी हैं। दांतों के स्वस्थ रहने से शरीर भी स्वस्थ रहता है। इसके लिए खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। कुछ ऐसे केस सामने आ रहे हैं, जिनमें दांत उम्र से पहले ही बूढ़े हो रहे हैं। ऐसे में जबड़े की हड्डियों में इंप्लांट डालकर उनमे कृत्रिम दांत बनाया जा सकता है। इससे बुढ़ापे में भी जवानी जैसे दांत पाना संभव हो गया है। यह जानकारी इंडियन डेंटल एसोसिएशन कानपुर के अध्यक्ष डॉ.अवधेश तिवारी ने एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में दी। 
हर्ष नगर स्थित एक होटल में रविवार को इंडियन डेंटल एसोसिएशन कानपुर ने एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार और कार्यशाला का आयोजन किया। साउथ कोरिया की इंप्लांट कंपनी डेंटिस की टीम ने नई तकनीक से कंप्यूटर द्वारा गाइडेड सर्जरी कर जबड़े की हड्डियों में इंप्लांट डालकर कृत्रिम दांत लगाने की तकनीक बताई। 

आईडीए अध्यक्ष डॉ. अवधेश तिवारी ने बताया कि अब आप चाहे 80- 90 वर्ष के हों या बीपी, शुगर की समस्या से पीड़ित हों, आप बुढ़ापे में भी जवानी जैसे दांत प्राप्त कर सकते हैं। नई तकनीकों से ऐसा करना संभव है। उन्होंने कहा कि दांतों की सफाई रखना बहुत आवश्यक है। कम से कम सुबह और रात में ब्रश जरूर करें और ज्यादा ठंडा और ज्यादा गर्म एकदम से खाने से बचें। डॉ. गौरव मुंजाल ने कृत्रिम दांत लगाने के दौरान आने वाली दिक्कतों की जानकारी दी। डॉ. कपिल चौहान ने गाइडेड सर्जरी से इंप्लांट डालने और मरीजों को लाभ मिलने की जानकारी दी। आईडीए सचिव डॉ सौरभ सिंह ने बताया कि इस तरह की आधुनिक कार्यशाला का आयोजन शहर में पहली बार हो रहा है, इससे सीख कर सैकड़ों डेंटिस्ट लाभान्वित होंगे। सीडीई कन्वीनर डॉ. अभिनव मिश्रा ने बताया कि फास्ट फूड व जंक फूड दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं। इस वजह से लोगों के दांत उम्र से पहले ही कमजोर हो रहे हैं। दांतों की अच्छी से सफाई करना बेहद जरूरी है। 

ये डॉक्टर रहे मौजद 

महाराणा प्रताप डेंटल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. मीतू अग्रवाल, रामा डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशीष साहनी, वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. एके मेहरोत्रा, डॉ. वाईसी मिश्रा, डॉ. जयपुरिया, डॉ. पीके वर्मा, डॉ. गौरी मिश्रा, डॉ. अनुज गुप्ता, आगामी अध्यक्ष डॉ. जगवीर सलूजा, पूर्व अध्यक्ष डॉ. श्रवण सिंह, डॉ. प्रणव ठाकुर, कोषाध्यक्ष डॉ. अमित मिश्रा, डॉ. शिव कुमार चौहान, डॉ. अंकित मेहरोत्रा, डॉ. मानस शुक्ला, डॉ. ईरा गुप्ता, डॉ. रोहित गुप्ता, डॉ. विशाल अरोड़ा, डॉ. सरदार सिंह यादव, डॉ. चेतन गांधी, डॉ. स्वर्णदीप, डॉ. अभिनव कुशवाहा, डॉ. राहुल तांगड़ी, डॉ. विनय पटेल समेत आदि रहे।

इन बातों का जरूर रखें ध्यान 

-दिन में दो बार ब्रश जरूर करें 
- चिपचिपे पदार्थ कम खाएं 
 -मसूड़ों की नियमित मसाज करें 
- नमक के पानी से नियमित कुल्ला करें 
- पुराने ब्रश का इस्तेमाल न करें 
- दांतों में दिक्कत होने पर डॉक्टर से मिलें 
- दांतों को ब्रश बहुत जोर से न रगड़ें

दांतों के खराब होने की मुख्य वजह 

- दांतों की साफ-सफाई न करना 
- चॉकलेट, जंक फूड अधिक खाना 
- दांतों का बाहर-अंदर होना 
- दांतों के बीच खाना फंसा रहना 
- तंबाकू का अत्यधिक सेवन करना 
- मीठे का अधिक सेवन करना 

दांत की बीमारी के मुख्य लक्ष्ण

- दांत में दर्द होना 
- ठंडा-गर्म का एहसास होना 
- काटते समय दर्द होना 
- कलर डार्क हो जाना 
- दांतों का हिलने लगना 
- जड़ों से खून निकलना

यह भी पढ़ें- Etawah: शेरनी रूपा ने चार शावकों को दिया जन्म, सभी स्वस्थ, सीसीटीवी कैमरों से हो रही निगरानी, सफारी पार्क में बब्बर शेरों की संख्या 21 हुई