लखीमपुर खीरी: जहां नदी वहां बाढ़ खंड ने नहीं की खुदाई...नाराज किसान एसडीएम से मिले

निघासन, अमृत विचार। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बाढ़ खंड सिंचाई विभाग ने सुहेली नदी की खुदाई का काम काफी धीमी गति से और ठीक ढंग से नहीं चल रहा है। इससे नाराज तमाम किसान मंगलवार को तहसील निघासन पहुंचे और गहरी नाराजगी जताई। किसानों ने एसडीएम के बताया कि जहां पर नदी थी। वहां पर लोगों ने कब्जा कर लिया।
उस पर खेती की जा रही है। बाढ़ खंड उस जगह पर खोदाई कर नदी को मूल स्वरूप में नहीं ला रहा है। इससे किसानों की बाढ़ की समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा। किसानों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी एसडीएम को सौंपा। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद बाढ़ आने से पहले सिंचाई विभाग और बाढ़ खंड सही काम नहीं कर रहे हैं।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्यामजी पांडेय, सिंधौना के जगदीश वर्मा, खैरटिया प्रधान प्रगट सिंह, सुनीता देवी प्रधान रमुवापुर, कुलविंदर सिंह, मलविंदर सिंह, अंग्रेज सिंह, दर्शन सिंह, बलभद्र गुप्ता, जब्बार हुसैन और संतोष गुप्ता आदि कई प्रधानों और ग्रामीण मंगलवार को तहसील पहुंचे। सभी ने एसडीएम राजीव निगम से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि इस साल मानसून आने से पहले हाईकोर्ट के आदेश पर सिंचाई विभाग ने सुहेली नदी का प्राकृतिक प्रवाह चालू करने के लिए छह पोकलेन मशीनों से काम शुरू कराया था। नदी की जमीन पर काफी अतिक्रमण भी है जिसे पुलिस फोर्स न मिलने के कारण अभी तक नहीं हटाया गया है। ज्ञापन में लोगों का आरोप है कि बाढ़ खंड के अफसर केवल खानापूरी करके काम बंद कर देना चाहते हैं। अभी भी एक चौथाई काम भी नहीं हुआ है।
किसानों ने एसडीएम को बताया कि सुहेली नदी प्राकृतिक प्रवाह चालू करने के लिए मानसून आने से पहले गजियापुर सुहेली साइफन से सत्रह किलोमीटर पर काम पूरा पूर्ण नहीं होता है तो बाढ़ से करीब 22 ग्राम पंचायतें पूरी तरह प्रभावित होंगी और लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने इस कार्ययोजना पर मानसून आने से पहले काम पूरा कराने की मांग की है। ज्ञापन की प्रति विधायक और सांसद को भी भेजी है।