सूदखोर की प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने घर में लगाया फंदा, बेटे ने दरवाजा तोड़कर मां को बचाया
पिता के इलाज के लिए महिला ने सूदखोर से ब्याज पर लिए थे ढाई लाख रुपये, दोगुना ब्याज देने के बाद आरोपी मूलधन चुकाने का बना रहा था दबाव
लखनऊ : पारा के डिप्टी खेड़ा में सूदखोर की प्रताड़ना से तंग आकर गुरुवार दोपहर महिला ने कमरे में दुपट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। जान देने से पहले महिला सुसाइड नोट लिखने के बाद बेटे को फोन कर अपना ख्याल रखने की बात कही। अनहोनी की आशंका पर मामा के साथ घर पहुंचे बेटे ने दरवाजा तोड़कर फंदे पर लटकी मां की जान बचा ली। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी खेड़ा स्थित कुंदन विहार निवासी हर्षित अस्थाना ने बताया कि परिवार में किसान पिता राजेश और मां मधु अस्थाना हैं। करीब 22 माह पहले पिता के इलाज के लिए मां ने ओम प्रकाश तिवारी, प्रसून तिवारी, वीरेंद्र रावत और सुनील सिंह से मकान का एग्रीमेंट कर 2.50 लाख रुपये दस प्रतिशत ब्याज पर लिया था। जिसके बदले में 23 हजार प्रति माह की किश्त दे रहे थे।
आरोप है कि मूलधन से दो गुना ब्याज देने के बाद भी आरोपी मूलधन देने का दबाव बना रहे थे। पिछले कई महीनों से सूदखोर आए दिन घर में घुसकर गाली-गलौज और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हुए मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। बुधवार शाम को भी आरोपियों ने घर में घुसकर गाली-गलौज करते हुए बेटे हर्षित को धमकाया था। पीड़ित हर्षित ने बताया कि सूदखोर की हरकत से मां बहुत आहत थी। मोहल्ले में भी लगातार बदनामी हो रही थी। पीड़ित परिवार ने बुधवार रात आरोपियों के खिलाफ पुलिस से लिखित शिकायत भी की थी।
फोन कर कहा कि बेटा अपना ध्यान रखना
हर्षित ने बताया कि सुबह मां ने काम से बुद्धेश्वर भेज दिया। दोपहर में फोन करके कहा कि बेटा अपना ख्याल रखना, अच्छे से पढ़ाई लिखाई करना, तभी अच्छी नौकरी मिलेगी। हर्षित ने पूछा कि मां क्या हुआ तो उधर से कहा कि बेटा मैं फंदा लगाने जा रही हूं। यह सुन हर्षित मामा सरोज अस्थाना के साथ घर पहुंचा। दरवाजा तोड़कर फंदे पर लटकी मां को नीचे उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी जान बच गयी।
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